चंडीगढ़, 13 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के कुछ विधायकों को धमकी मिलने के मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई। बैठक में गृह मंत्री अनिल विज भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने मामले की विस्तृत जानकारी लेने के बाद पुलिस अधिकारियों को तत्काल सख्त कार्रवाई और किसी भी तरह की ढिलाई न बरतने के कड़े निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस अधिकारी प्रदेश के सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और इस मामले को जल्द से जल्द हल कर अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। बैठक में पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि इस मामले में लगातार छानबीन जारी है और जांच में काफी महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई है। पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त कराया कि जल्द पूरे मामले का पटाक्षेप किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि विधायकों को मिल रही धमकियों का मामला पहले ही स्पेशल टास्क फोर्स को सौंप दिया गया है। स्पेशल टास्क फोर्स इस पर काम कर रही है। एसटीएफ को काफी हद तक इसमें सफलता भी मिल चुकी है। बता दें कि आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई सहित अभी तक छह विधायकों को जान से मारने की धमकी दी गई थी। पांच विधायकों को विदेश से व्हाट्सएप कॉल करके फिरौती मांगी गई थी और नहीं देने पर जान से मारने की चेतावनी दी गई थी।
तुरंत हरकत में आई थी सरकार
बता दें कि विधायकों को धमकी मिलने की सूचना मिलते ही सरकार एक्शन में आ गई थी। स्पीकर ने इस मामले में सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ गृह मंत्री अनिल विज से फोन पर बात की थी। इसके अलावा पूरे मामले की रिपोर्ट डीजीपी से मांगी थी। सरकार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए विधायकों की सुरक्षा में इजाफा कर दिया था। सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, साढौरा से विधायक रेणु बाला, सोहना से भाजपा विधायक संजय सिंह, सफीदों से कांग्रेस विधायक सुभाष गंगौली, फिरोजपुर-झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान इंजीनियर को धमकी भरे फोन किए थे। अभी तक की पुलिस जांच में स्पष्ट हो गया है कि नंबर तो दुबई का है, लेकिन यह ऑपरेट पाकिस्तान से हो रहा है। बताते हैं कि खुद सीएम ने डीजीपी पीके अग्रवाल के अलावा सीआईडी चीफ आलोक मित्तल से बात की और उन्हें विशेष हिदायतें दी थीं।