भगवान और ऋषि मुनियों की जन्म स्थली को कोई नहीं कर सकता पराजित : हरविंद्र कल्याण
उन्होंने कहा कि भारत को कोई पराजित नहीं कर सकता क्योंकि इस देश में भगवान राम, भगवान श्रीकृष्ण व अनेक ऋषि-मुनियों ने जन्म लिया है तथा हम ऋषियों के वंशज हैं और सनातन को कोई खत्म नहीं कर सकता। हम भारतीय हैं और संस्कार और सनातन से जुड़े हुए हैं, हम प्रकृति के साथ जीते हैं। यह विचार विधानसभाध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने व्यक्त किए। वह अम्बाला शहर में आयोजित किये जा रहे धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के उत्तर भारत के प्रसिद्ध वामन द्वादशी मेले की प्रथम संध्या का शुभारंभ करके उपस्थिति को संबोधित कर रहे थे।
इससे पूर्व पूर्व राज्यमंत्री असीम गोयल नन्यौला ने दीप प्रज्वलित किया। मुख्यातिथि व अन्य ने भगवान वामन का आशीर्वाद भी प्राप्त किया। विधानसभाध्यक्ष ने भगवान वामन द्वादशी के मेले पर भारी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को 3 दिवसीय मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आना था, लेकिन अचानक एक आवश्यक बैठक आने के चलते वह नहीं आ सके।
उन्होंने कहा कि भगवान वामन ने राजा बलि का अहंकार खत्म करने के लिए जन्म लिया था। उन्होंने कहा कि अम्बाला कई मामलों में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि हमारा धर्म सनातन हैं और सनातन धर्म था है और सदा रहेगा। जीवन में अहंकार नहीं रखना है, विनम्रता हमेशा जीत दिलाती है और भगवान से यह संदेश हमें मिला है। भगवान वामन विष्णु के पांचवें अवतार हैं और सभी धर्मों की परिभाषा मिलजुल कर स्नेह एवं भाईचारे के साथ रहना है और यही भगवान वामन का संदेश है।
पूर्व राज्यमंत्री असीम गोयल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अम्बाला जिला की देश में विशेष पहचान है। भगवान वामन तीर्थ के इतिहास का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राजा बलि की त्याग भावना से प्रभावित होकर भगवान वामन ने उन्हें महाबलिदानी कहा था और अम्बाला की धरा से ही बलिदान शब्द की उत्पत्ति मानी जाती है। इस मौके पर पंजाबी सुप्रसिद्ध गायक कुलविन्द्र बिल्ला ने पंजाबी गीतों की प्रस्तुतियों से सभी को आनंदित किया।