चंडीगढ़, 6 दिसंबर (ट्रिन्यू)
प्रदेश में चौटाला परिवार के फिर से एक होने की अटकलों पर इनेलो सुप्रीमो व भूतपूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला ने विराम लगा दिया है। पिछले सप्ताहभर से चल रही बयानबाजी और अपने ही बड़े बेटे अजय चौटाला की पेशकश को खारिज करते हुए चौटाला ने दो-टूक कहा है कि व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन में वे कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने अपने ही बेटे और उनके परिवार को बिना नाम लिए इनेलो के गद्दार की संज्ञा दे डाली है।
दरअसल, 2018 में इनेलो से अलग होने के बाद पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) का गठन किया था। अजय के जेल होने के चलते जजपा का संचालन उनके बड़े बेटे व अब प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के हाथों में रहा।
पार्टी में हुए बिखराव का असर पार्टी पर पड़ा। सगे भाई एक-दूसरे के ‘दुश्मन’ बन गए। पिता के साथ रिश्ते टूट गए। इसी बीच, सप्ताहभर से यह चर्चा शुरू हुई कि इनेलो और जजपा फिर से एक हो सकते हैं।
पिछले दिनों ही जजपा सुप्रीमो अजय चौटाला का एक बयान भी आया। इसमें उन्होंने कहा, अगर उनके पिता (ओपी चौटाला) चाहेंगे तो परिवार फिर से एक हो सकता है। इतना ही नहीं, विगत दिवस गुरुग्राम में प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की बेटी के शादी समारोह में दुष्यंत चौटाला ने अपने दादा ओमप्रकाश चौटाला के पैर छू कर उनसे आशीर्वाद लिया। यह फोटो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। तीन-चार दिनों में इन दो घटनाओं के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म था। इसी बीच, सोमवार को इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला ने चंडीगढ़ से जारी एक बयान में साफ कर दिया कि इनेलो और जजपा एक नहीं होंगे। चौटाला ने कहा, ‘ये इनेलो के गद्दार हैं और गद्दारों के साथ कोई समझौता नहीं। झूठ की बुनियाद पर बनी जजपा पार्टी का वजूद खत्म हो चुका है। जजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में भगदड़ मची हुई है। इस भगदड़ को रोकने के लिए ऐसे भ्रमित करने वाले संदेश फैलाए जा रहे हैं। काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ा करती। इसलिए जो लोग भ्रमित होकर जजपा में चले गए थे अब घर वापसी करने लगे हैं’। इनेलो सुप्रीमो ने कहा, ‘मैंने कभी व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन में अपने सिद्धातों और अनुशासन से समझौता नहीं किया। जिन्होंने इनेलो के साथ अनुशासनहीनता की चाहे वह कितना भी बड़ा नेता हो या कार्यकर्ता हो उसे कभी बर्दाश्त नहीं किया। हमने हमेशा जननायक चौ़ देवीलाल की नीतियों का अनुसरण किया। इसी के चलते कभी राजनीति सत्ता पाने के लिए नहीं की। ये सत्ता के लोभी थे, इन्होंने सत्ता पाने के लिए चौ़ देवीलाल के नाम को इस्तेमाल किया और सत्ता मिलते ही इनका असली चेहरा सामने आ गया।
इनेलो ही कर रही चौ़ देवीलाल की नीतियों का अनुसरण
पूर्व सीएम ने कहा, ऐलनाबाद उपचुनाव में अभय चौटाला को जीत दिला कर लोगों ने इस बात पर मुहर लगा दी है कि इनेलो ही एकमात्र पार्टी है जो चौ. देवीलाल की नीतियों का अनुसरण कर रही है। ऐसे लोगों को जनता कभी माफ नहीं करेगी, जिन्होंने सत्ता के नशे में चूर होकर अपने हकों के लिए आंदोलन कर रहे अन्नदाता पर लाठियां बरसाई। देशद्रोह के केस दर्ज किए और इस दौरान शहीद हुए किसानों की शहादत का मजाक उड़ाया। इन लोगों ने सोची समझी साजिश के तहत इनेलो को तोड़ने की कोशिश की और प्रदेश की जनता को भ्रमित कर उनका वोट लिया।