चंडीगढ़, 22 जुलाई (ट्रिन्यू)
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि फोर्टिफाइड आटा की गुणवत्ता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं होगा। यह आटा गरीब परिवारों को राशन डिपो के माध्यम से मिलता है। दुष्यंत ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि पोषक तत्वों से भरपूर इस फोर्टिफाइड राशन से गरीब लोगों के स्वास्थ्य में सुधार आए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कि वे आटा की सप्लाई के बाद लोगों के स्वास्थ्य पर पड़े सकारात्मक प्रभाव का आंकलन कर जल्द से जल्द रिपोर्ट दें। खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय दुष्यंत के पास ही है। वे शुक्रवार को चंडीगढ़ में विभाग के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। बैठक में विभाग द्वारा पायलट के तौर पर पांच जिलों में राशन डिपो के माध्यम से दिए जा रहे आटा की गुणवत्ता, आपूर्ति एवं प्रभाव के बारे में समीक्षा। उन्होंने नियमित रूप से आटे की जांच करने को कहा। सरकार ने शुरुआत में अंबाला, यमुनानगर, करनाल, रोहतक व हिसार जिला के राशन डिपो से फोर्टिफाइड आटे के वितरण की शुरुआत की है। इस मौके पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, हैफेड के प्रबंध निदेशक एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के महानिदेशक ए़ श्रीनिवास, कांफैड के प्रबंध निदेशक जयबीर सिंह आर्य के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
छोटी पैकिंग बनाने के निर्देश
डिप्टी सीएम दुष्यंत ने कहा कि फोर्टिफाइड आटा की छोटी पैकिंग बनाई जाए, जिससे पैकिंग खोलने पर खराब होने की संभावनाएं कम हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वितरित हो रहे आटे की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। खराब आटा वितरित करने की शिकायतें किसी भी कीमत पर नहीं आनी चाहिएं।