नूंह/मेवात, 5 मई (निस)
नूंह (मेवात) में सरकार ने जिले के कई सरकारी स्कूलों को राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकंडरी स्कूल में तब्दील कर दिया, लेकिन जो विद्यार्थी शुरू से ही हिन्दी माध्यम के तहत इन स्कूलों या अन्य सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं, उनके लिए अंग्रेजी माध्यम जटिल दिखाई दे रहा है, जिससे अब इन स्कूलों में उनके दाखिले नहीं लिये जाने की बात सामने आई है और इससे ऐसे बच्चे व उनके अभिभावक स्कूलों में बच्चों के दाखिले के चक्कर काटते थक गये हैं। अभिभावक सलीम, रमजान, हासिम, मुकेश व अन्य ने बताया कि उनके बच्चे शुरू से ही हिन्दी माध्यम से पढ़े हैं, लेकिन अचानक स्कूलों को राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकंडरी स्कूल में तब्दील करने से पाठयक्रम भी अंग्रेजी का आ गया है, जिससे उनके बच्चे उस पाठयक्रम को पढ़ने में असमर्थ हैं।
इस बारे में राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकंडरी स्कूल (बॉयज) नूंह के लेक्चरार शहाबुदीन ने बताया कि अब उनके स्कूल को सीबीएसई पेटर्न का बना दिया गया है और स्कूल में जो बच्चे शुरू से ही पढ़ रहे हैं, उनका टेस्ट लेकर आगे दाखिले दिये जा रहे हैं। लेकिन जो बच्चा अंग्रेजी माध्यम में टेस्ट पास नहीं कर सका, उनका दाखिला नहीं लिया जा रहा है और सरकार के नियमानुसार ऐसे बच्चे आसपास के हिन्दी माध्यम के स्कूलों में दाखिला ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि नूंह शहर के सबसे नजदीक गांव खेड़ला में स्कूल है जहां दाखिले चालू हैं।
वहीं, गांव खेडला के सरकारी स्कूल प्रबंधन ने बताया कि उनके स्कूल में दाखिले पूर्ण हो चुके हैं और अन्य छात्र स्कूल से बैरंग लौट रहे हैं।