कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 20 अप्रैल
पांच साल से कम उम्र के अधिकतम पांच बच्चे 72 दिनों में 380 लीटर दूध तो पी सकते हैं, लेकिन वे 210 किलोग्राम आटा, 17 किलोग्राम दाल, 7 किलोग्राम चना, 17 किलोग्राम चीनी, 3.5 किलोग्राम चाय और करीब 800 ग्राम मिर्च, एक किलोग्राम जीरा व सात पैकेट नमक खा जाएं, यह बात शायद ही किसी को हजम हो। वह भी तब जब अधिकतम बच्चे दूध पीने वाले हों। लेकिन अनाथ बच्चों के लिए हिसार के बाल भवन में बने स्पेशल एडॉप्शन एजेंसी (सा) के केंद्र का स्टॉक रजिस्टर कुछ ऐसा ही बता रहा है। इस मामले में एक जांच हो चुकी है और दूसरी जारी है। मासूम बच्चों के नाम पर हुए इस घपले के आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई की मांग को लेकर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के आजीवन सदस्य सतीश मेहरा ने अपने साथियों के साथ अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
मेहरा ने बताया कि सूचना का अधिकार कानून के तहत मिले स्टॉक रजिस्टर के अनुसार 22 मई, 2021 से 2 अगस्त, 2021 तक ‘सा’ सेंटर में मात्र 72 दिनों में कुल 864.8 किलोग्राम राशन खरीदा गया। इस दौरान जो राशन दान में आया अगर उसे शामिल करें तो राशन नौ क्िवंटल से भी अिधक रहा होगा। इस सेंटर में पांच साल तक की उम्र के अधिकतम दस बच्चे रह सकते हैं, लेकिन जिस समय यह राशन खरीदा गया उस समय इस सेंटर में केवल पांच ही बच्चे थे जिनमें से तीन बच्चे एक साल से छोटी उम्र के व दो बच्चे पांच साल से छोटे थे।
इस मामले की शिकायत की तो तीन सदस्यीय विभागीय कमेटी ने जांच की और विभागीय अधिकारियों को दोषी पाया और इसकी उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की लेकिन दोषियों पर आज तक कार्रवाई नहीं की गई। इस संबंध में जब जिला बाल कल्याण अधिकारी विनोद कुमार से बात की तो उन्होंने सतीश मेहरा के सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि जिस समय राशन खरीदा गया था, उस समय कोविड-19 का दौर चल रहा था और विभाग ने सभी कर्मचारियों को सेंटर में रहने के निर्देश दिए थे। ऐसे में उनके लिए भी खाना बना। वहीं, दूसरी तरफ, सतीश मेहरा ने बताया कि तीन सदस्यीय जांच कमेटी के समक्ष सेंटर में कार्यरत कर्मचारियों ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने एक भी दिन सेंटर में खाना नहीं खाया और न ही चाय पी। मामले की जांच के बारे में उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी से कई बार संपर्क किया और ‘टेक्स्ट मैसेज’ भी भेजा लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की।
राशन, सब्जी के अलावा भी बहुत कुछ खरीदा गया
स्टॉक रजिस्टर के अनुसार 22 मई, 2021 से 2 अगस्त, 2021 तक बच्चों के लिए दूध, आटा, चीनी, दाल, चना, चाय, मिर्च, जीरा व नमक के अलावा 14 लीटर रिफाइंड तेल, 12 लीटर तेल, 5 किग्रा चावल, 3 किग्रा राजमा, 10 पैकेट दलिया, 6 किग्रा देसी घी, 750 ग्राम हल्दी, 23 पैकेट सर्फ, 32 साबुन भी खरीदे गए। इसी प्रकार 29.5 किग्रा आलू, 17 किग्रा प्याज, 10 किग्रा सब्जी, 1 किग्रा करेला, 6.5 किग्रा तोरी, 1.25 किग्रा नींबू, 20 किग्रा खीरा, 9 किग्रा घीया, 4.5 किग्रा पेठा, 12 किग्रा टमाटर,1 किग्रा टिंडा, 1 किग्रा भिंडी, 500 ग्राम लहसुन, 2750 ग्राम हरीं मिर्च, 33 दर्जन केले, 10 किलो तरबूज, 1 किलो सेब, 1.5 किग्रा दही, 2 पैकेट ब्रैड, 2 पीस नारियल, 2 पैकेट फिनाइल, 4 पैकेट बिस्कुट, 2 लंच टिफिन भी खरीदे गए।