निफ्टेम ने देश में पहली बार तैयार किया देसी घी पाउडर
भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान (निफ्टेम), कुंडली ने देसी घी खाने के शौकीन लोगों के लिए खास तरह का देसी घी पाउडर तैयार किया है।
पाउडर में देसी घी के गुणों के साथ ही प्रोटीन और फाइबर डाला गया है। इससे जहां एक ओर भरपूर पौष्टिक तत्व मिलेंगे वहीं दूसरी ओर देसी घी की तुलना में फैट व कैलोरी कम होगी। इसके खाने से मोटापा बढ़ने की चिंता भी खत्म होगी।
निफ्टेम संस्थान की माने तो देश में पहली बार बनाया गया यह देसी घी पाउडर बच्चों, बुजुर्गों और खिलाड़ियों के लिए काफी फायदेमंद रहेगा। निफ्टेम की ओर से इसके पेटेंट कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संस्थान की आरे से यह तकनीक निजी खाद्य प्रसंस्करण कंपनियों के लिए व्यवसायिक रूप से भी उपलब्ध है।
भारत सरकार के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के संस्थान निफ्टेम के डायेक्टर डॉ. हरिंदर ओबरॉय द्वारा दिए गए सुझाव के बाद डॉ. रजनी चोपड़ा और शोधार्थी शाइनी ने कई महीनों की कड़ी मेहनत के बाद भारत में पहली बार देसी घी को पाउडर के रूप में तैयार किया। डॉ. चोपड़ा ने बताया कि देसी घी के रखरखाव, लाने-ले जाने, डब्बा खोलने पर अधिक समय तक गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए देसी घी का पाउडर बनाने की जरूरत महसूस हुई।
उन्होंने पाउडर के रूप में फैट फ्री देसी घी बनाने की दिशा में काम शुरू किया। उनकी प्राथमिकता देसी घी के गुणों को बरकरार रखना था। उन्हें एक ऐसा उत्पाद चाहिए था जिसे खाने पर छिड़कते ही घी की महक महसूस की जा सके। साथ ही पौष्टिक तत्व शरीर को मिल सकें। करीब 8 माह की रिसर्च के बाद शोधार्थी शाइनी के साथ मिलकर इसे तैयार करने में सफलता हासिल हुई।
10 ग्राम देसी घी पाउडर में 35 कैलोरी
डॉ. रजनी चोपड़ा ने बताया कि उनके बनाए 10 ग्राम देसी घी पाउडर में 35 कैलोरी होती हैं, जबकि 10 ग्राम देसी घी में 90 कैलोरी तक होती हैं। एक किलो देसी घी पाउडर में करीब 40 प्रतिशत घी, 40 प्रतिशत प्रोटीन तथा 20 प्रतिशत प्लांट बेस्ड फाइबर व गम होते हैं। यह देसी घी का विकल्प नहीं है, यह अलग उत्पाद है, जिसे उन लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जिनके लिए घी को पचाना मुश्किल हो। यह बुर्जुगों, बच्चों और एथलीटों के खाने में प्रोटीन व फाइबर के स्रोत्र बढ़ाने में बेहद कारगर साबित होगा।
निफ्टेम कुंडली के डायरेक्टर डॉ. हरिंदर ओबरॉय ने कहा कि हम देसी घी के गुणों से भरपूर सूखे पाउडर के रूप में एक खास उत्पाद तैयार करना चाहते थे। हमारी टीम ने इस टॉस्क पर महीनों काम किया और देश का पहला देसी घी पाउडर तैयार कर दिया। अब यह बनकर पूरी तरह से तैयार है। हम चाहते हैं कि कोई कंपनी इस उत्पाद को एडॉप्ट करके बड़े स्तर पर उत्पादन शुरू करे ताकि ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिल सके।