चंडीगढ़, 18 फरवरी (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारियों का कामकाज एक बार फिर नये सिरे से बांटा गया है। सीएम के ओएसडी सतीश कुमार के सीएमओ से बाहर होने के बाद सरकार ने दोबारा से कामकाज बांटा। हालांकि बहुत अधिक बदलाव नहीं हुआ है।
सीएमओ के ओवरआल इंचार्ज सीएम के प्रमुख प्रधान महासचिव डीएस ढेसी ही रहेंगे। ढेसी विधायी बिजनेस के अलावा मंत्रिमंडल की बैठक से पहले आने वाले एजेंडों और अध्यादेश आदि देखेंगे। संसदीय कार्य मामले तथा कानून एवं विधायी कामकाज भी वही देखेंगे। सिटीजन रिसोर्स इंफोरेशन, आबकारी एवं कराधान, सिंचाई, सामान्य प्रशासन, गृह, सीआईडी और प्रशासनिक न्याय, जेल, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, शहरी स्थानीय निकाय, विदेश सहयोग तथा उद्योग विभाग का जिम्मा ढेसी को सौंपा है।
सीएम के प्रधान सचिव वी़ उमाशंकर के पास अब 16 मंत्रालयों का कार्यभार रहेगा। वित्त, संस्थागत वित्त योजना एवं प्लानिंग, कृषि, श्रम एवं रोजगार, अक्षय उर्जा, राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन, विज्ञान एवं तकनीकी, बिजली, सहकारिता, परिवहन, खनन एवं भूविज्ञान, नागरिक उड्डयन, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफोरेशन टेक्नॉलोजी, पर्यटन, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की बागडोर अब उमाशंकर संभालेंगे।
सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी सीएमओ में पांच विभागों का कामकाज देखेंगे। उन्हें कला एवं संस्कृति मामले का जिम्मा दिया गया है। ड्रग फ्री हरियाणा मिशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर के साथ-साथ रिसोर्स मोबिलाइजेशन (वित्त विभाग को छोड़कर) से जुड़े मामलों को योगेंद्र देखेंगे। नेशनल रूरल लाइवहुड मिशन की कमान भी उन्हें दी गई है। इसी तरह से युवा सशक्तिकरण से जुड़े प्रोजेक्ट पर योगेंद्र चौधरी काम करेंगे। सीएम के दूसरे अतिरिक्त प्रधान सचिव व पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट के महानिदेशक डॉ़ अमित अग्रवाल के पास 11 मंत्रालयों की कमान रहेगी। आयुष, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, उच्चतर शिक्षा, स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, विकास एवं पंचायत, वन एवं वन्य जीव, पुरातत्व एवं संग्रहालय, अभिलेखागार के साथ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की जिम्मेदारी अग्रवाल को दी गई है। सीएम की उपप्रधान सचिव आशिमा बराड़ के पास छोटे-बड़े मिलाकर 13 विभागों की जिम्मेदारी रहेगी। आर्किटेक्चर, चुनाव, पर्यावरण, खाद्य एवं आपूर्ति, मत्स्य पालन, हाउसिंग, पब्लिक हेल्थ, प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी, महिला एवं बाल विकास, खेल एवं युवा मामले, पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें), सैनिक एवं अर्धसैनिक, पशुपालन एवं डेयरी विकास का काम आशिमा देखेंगी। सीएम के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तुआर के पास पहले की तरह पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट बना रहेगा। वहीं सीएम के ओएसडी भूपेश्वर दयाल सीएम विंडो पर आने वाली शिकायतों को देखेंगे।
सुधांशु गौतम के पास तबादलों के भी अधिकार
ओएसडी टू सीएम सुधांशु गौतम के पांच छह विभागों की जिम्मेदारी रहेगी। मुख्यमंत्री की घोषणाओं की मॉनिटरिंग गौतम करेंगे। मुख्यमंत्री राहत कोष के अलावा एचआरडीएफ और इससे जुड़ी अन्य मंजूरियों के मामले गौतम के पास रहेंगे। वक्फ बोर्ड का जिम्मा भी सुधांशु को दिया है। एचआरएमएस और ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के साथ सरकारी मकान अलॉटमेंट का काम भी सीएमओ में गौतम के पास रहेगा। हालांकि पंचकूला में टाइप-5 के मकानों की अलॉटमेंट उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर रहेगी।