सोनीपत, 8 जुलाई (हप्र)
खरखौदा के एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत हो गई। हालत बिगड़ने पर रेफर की गई महिला ने पीजीआई, रोहतक में दम तोड़ दिया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर चिकित्सकों के बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही मामले में आगामी कार्रवाई की जाएगी।
शहर के वार्ड 15 निवासी नवीन सैनी की पत्नी लक्ष्मी को शुक्रवार को दिन में प्रसव पीड़ा हुई। जिसके बाद उसे खरखौदा के दिल्ली मार्ग पर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नवीन सैनी का कहना है कि शुक्रवार की रात करीब 11 बजे उसकी पत्नी की डिलीवरी हुई। अस्पताल की ओर से उन्हें बताया कि उसके नवजात बेटे की मौत हो गई है जबकि उसकी पत्नी स्वस्थ है। इसके कुछ ही देर बाद उसकी पत्नी की हालत को गंभीर बताते हुए रेफर कर दिया। नवीन का कहना है कि जब उन्होंने लक्ष्मी के बेसुध होने को लेकर सवाल किया तो उन्हें बताया गया कि वह बेहोश है, लेकिन वह जब उसे पीजीआई, रोहतक लेकर पहुंचे तो चिकित्सकों ने लक्ष्मी को भी मृत घोषित कर दिया।
नवीन ने बताया कि उनके परिवार ने लक्ष्मी व नवजात को खो देने को अपनी किस्मत मान उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली थी। मगर नवजात को आखिरी बार नहालने लगे तो सभी यह देखकर हैरान रह गए कि नवजात के सिर से चमड़ी का एक हिस्सा गायब है और उसके होंठ से लेकर गाल तक लंबा कट लगा हुआ है। गुस्साए परिजनों ने निजी अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी।
जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है। इस मामले में बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
सुनील कुमार, थाना प्रभारी, खरखौदा