कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 8 अगस्त
हिसार में पुराने नंद सिनेमा के समीप लाहौरिया चौक 34 साल पूर्व 1988 में बना था। इस चौक को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ रहे लाहौर के सेठ जुगल किशोर ने अपने बाग की जमीन देकर बनाया था। हालांकि वे हिसार के क्रांतिकारी गांव पुट्ठी मंगल खां के थे लेकिन आजादी से पहले उनका लाहौर में बड़ा व्यापार था। बंटवारे के बाद वह हिसार आये और उन्होंने फिर से व्यापार जमा लिया। उनकी जमीन पर लाहौरिया स्कूल भी संचालित हो रहा है।
स्व. सेठ जुगल किशोर लाहौरिया के पुत्र मदन लाल लाहौरिया ने बताया कि उनके पिता 1934 में पुट्ठी मंगल खां गांव से निकले और फिर डलहौजी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस से मुलाकात हुई। नेताजी के साथ ही डलहौजी से क्रांतिकारियों के केंद्र लाहौर चले गए। वहां उन्होंने एक कपड़े की दुकान की। एक दुकान उनकी लाहौर के अनारकली बाजार में ‘हिंदुस्तान क्लॉथ हाउस’ और दूसरी दुकान रेलवे रोड पर ‘स्वदेशी वस्त्र भंडार’ के नाम से थी और लाहौर की गुड़ मंडी में मकान था। उन्होंने बताया कि उस समय हिसार क्षेत्र का हाईकोर्ट लाहौर था। गांव का एक व्यक्ति किसी केस के सिलसिले में लाहौर गया तो उन्होंने पिताजी को देख लिया और उसके बाद गांव में खबर लगी तो पूरा परिवार लाहौर जाकर बस गया। इसके बाद ताऊजी और दादाजी के साथ वहां व्यापार किया और स्वतंत्रता संग्राम में भी योगदान दिया। वे ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ के दौरान 6 माह और ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान एक साल तक जेल में भी रहे।
बंटवारे के बाद वे परिवार के साथ हिसार आ गए तो उनको कसाइयों के मोहल्ला (अब कसाबा मोहल्ला) में एक मकान और गांधी चौक पर हाजी मस्तान की दुकान मिली लेकिन देरी से पहुंचने के कारण यह दुकान किसी दूसरे व्यक्ति को अलॉट हो गई। हालांकि बाद में उन्होंने यह दुकान खरीद ली थी और इस दुकान पर ‘लाहौरिया दी हट्टी’ के नाम से दुकान खोली। वे सामाजिक गतिविधियों से भी जुड़े रहे और पंजाबी सभा के 10 साल तक प्रधान रहे।
उन्होंने बताया कि इमरजेंसी से पहले जब बंसीलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने पुरानी एयरपोर्ट रोड को चौड़ा करने की योजना बनाई। इसमें उनका 26 बीघा का बाग बीच में आ रहा था लेकिन पिताजी ने चौक का नाम लाहौरिया चौक रखने की मांग पर अपनी जमीन दे दी तो उसको स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि इसी बीच 16 जुलाई, 1979 को पिताजी की मौत हो गई। इसके बाद चौधरी देवीलाल के मुख्यमंत्रित्वकाल में उपमुख्यमंत्री रहे बनारसी दास गुप्ता ने 22 मई, 1988 को लाहौरिया चौक का उद्घाटन किया। सीएम मनोहर लाल ने 26 जुलाई, 2015 को चौक के नवीनीकरण का उद्घाटन किया।