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‘दयाल सिंह मजीठिया के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेने की जरूरत’

महान समाजसेवी की पुण्यतिथि पर ई-लाईबेरी में कार्यक्रम
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तरावड़ी में दयाल सिंह मजीठिया की पुण्यतिथि पर ई-लाईब्रेरी में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते समाजसेवी संस्थाओं के पदाधिकारी। -निस
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तरावड़ी, 9 सितंबर (निस)

महान समाजसेवी स्वर्गीय दयाल सिंह मजीठिया की 126वीं पुण्यतिथि पर शहर की ई-लाईबेरी में कार्यक्रम का आयोजन किया और उनके कार्याें को याद किया गया। कार्यक्रम में जय भारत युवा मंडल, राहगिरी टीम तरावड़ी व भारत विकास परिषद समेत कई संस्थाओं के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। ई-लाईबेरी के लाईब्रेरियन मास्टर सतीश पंवार ने दयाल सिंह मजीठिया के जीवन को प्रेरणादायक बताते हुये उनके बताये रास्ते पर चलने का आह्वान किया। इस अवसर पर सतीश पंवार, संदीप कटारिया, जाेगेंद्र चौहान, पंकज ठाकुर, भरत शर्मा, अजय वर्मा समेत कई लोगों ने स्वर्गीय दयाल सिंह मजीठिया की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए और उनके जीवन पर प्रकाश डाला। मास्टर सतीश पंवार व जय भारत युवा मंडल के प्रदेश मीडिया प्रभारी रोहित लामसर ने उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बताया और कहा कि वे राजा राममोहन राय के समान समाजसुधारक थे। वे दयाल सिंह कॉलेज, दयाल सिंह लाईब्रेरी के संस्थापक थे। इसके अलावा ट्रिब्यून ट्रस्ट के भी संस्थापक थे, जो उस समय लाहौर में थी।

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‘शिक्षा और समाज हित में समर्पित किया जीवन’

करनाल (हप्र) : स्वर्गीय दयाल सिंह मजीठिया की पुण्यतिथि पर सेक्टर-7 स्थित दयाल सिंह पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय में हुये हवन में उनके द्वारा किये सामाजिक कार्यों को याद किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या शालिनी नारंग ने पुष्प अर्पित कर महान दूरदर्शी स्वर्गीय दयाल सिंह मजीठिया को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके पदचिह्नों पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि समाज के उत्थान में सरदार दयाल सिंह मजीठिया का महत्वपूर्ण योगदान था। वे ऐसी महान विभूति थे, जो स्वयं के लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जीते थे। दयाल सिंह मजीठिया ने समाज कल्याण के लिए विद्यालय, महाविद्यालय और पुस्तकालय के लिए अपनी सारी सम्पति दान कर दी थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन शिक्षा जगत एवं समाजहित को समर्पित कर दिया।

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