जगाधरी, 16 मई (निस)
गत दिवस बूडिया के नजदीक यमुना नहर में डूबे पांच युवकों को ढूंढ़ने का कार्य सोमवार सुबह एनडीआरएफ की टीम ने संभाल लिया। टीम ने सदस्यों ने लोकल गोताखोरों की मदद से पांच में से तीन युवकों के शव निकाल लिए। डूबे युवकों के बच गए साथी दीपक की शिकायत पर बूडिया पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा युवकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।
सोमवार को डीएसपी प्रमोद कुमार की देखरेख में सर्च अभियान एनडीआरएफ की टीम ने सर्च अभियान चलाया। पंचकूला से पहुंची टीम ने इंचार्ज इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि उनकी 15 सदस्यीय टीम डूबे हुए युवकों की तलाश कर रही है। वे अपनी आधुनिक बोट लेकर आए हैं। संजीव कुमार ने बताया कि स्थानीय गोताखोरों की मदद से टीम ने युवक निखिल, साहिल व सुलेमान का शव घटनास्थल से कुछ दूर नहर में मिल गए। पूरा दिन डीएसपी प्रमोद कुमार, एसएचओ बूडिया लज्जा राम पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे। डीएसपी प्रमोद कुमार का कहना था कि पुलिस की टीमें आरोपियों की तलाश कर रही हैं।
बूडिया पुलिस ने नहर में डूबे युवकों के बच गए साथी दीपक की शिकायत पर भरतु, मनी राणा, गौरव उर्फ महादेव,अजरू, पव्वा, लुका वाल्मीकि, गौरव बकरेवाला, सन्नी उर्फ हरभजन, संदीप पंडित, अमन राणा आदि के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। दीपक ने बताया कि हमलावरों ने उन पर ईंट, पत्थरों आदि से हमला किया। इन्होंने नहर में नहा रहे युवकों को बाहर ही नहीं निकलने दिया। ये लोहे की राड़ आदि भी लिए हुए थे।
जनप्रतिनिधियों में सिर्फ मेयर ही पहुंचे
गत दिवस पांच युवकों के डूबने की घटना से इनके परिजन सदमे में हैं। जानकारी के अनुसार जिले में जनप्रतिनिधियों में से सिर्फ नगर निगम के मेयर मदन चौहान ही मौके पर पहुंचे। इन्होंने एनडीआरएफ के अधिकारी, पुलिस अधिकारी व डूबे युवकों के परिजनों से बात की। दूसरा कोई भी मौजूदा व पूर्व जनप्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा। डीसी पार्थ गुप्ता, एसपी कमलदीप गोयल व एसडीएम जगाधरी सुशील कुमार भी मौके पर पहुंचे।