चंडीगढ़, 18 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चिंताजनक हो गए हैं। नई दिल्ली से सटा साइबर सिटी – गुरुग्राम एक बार फिर से कोरोना का नया हॉट-स्पॉट बन रहा है। बेशक, अभी स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। ऐसे में सरकार ने समय रहते सख्ती बरतने का निर्णय लिया है। कोविड के नये मामले सामने आने के बाद एनसीआर से सटे चार जिलों – गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर में फिर से फेस मॉस्क अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके अलावा मास्क नहीं लगाने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना होगा। गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सोमवार को चंडीगढ़ में हेल्थ सेक्रेटरी राजीव अरोड़ा और डीजीपी पीके अग्रवाल के साथ इस मुद्दे पर बैठक की। गुरुग्राम में कोरोना के मामलों को देखते हुए विज ने अरोड़ा की अध्यक्षता में एक टीम भेजी थी। गुरुग्राम से लौटी टीम ने विज को रिपोर्ट दी। इसके बाद ही ये पाबंदियां लगाई गई हैं। विज ने दो-टूक कहा है कि अगर लोगों ने ढिलाई बरती तो मामले और भी बढ़ सकते हैं। उन्होंने सभी से मास्क लगाने का आह्वान भी किया है। मीडिया से बातचीत में विज ने कहा, कोरोना के 238 मामलों में से 198 अकेले गुरुग्राम के हैं। 22 मामले फरीदाबाद के हैं बाकी हरियाणा में आधे से ज्यादा जिलों में कोरोना के शून्य मामले हैं। विज ने कहा कि गुरुग्राम में मामले क्यों बढ़ रहे हैं, इस अध्ययन की रिपोर्ट आनी बाकी है। गुरुग्राम के किन-किन क्षेत्रों से मामले आ रहे हैं और किस बस्ती से आ रहे हैं, इसके लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया है।
2400 एक्सपायरी एंटीजेंट किट पकड़ी
विज ने बताया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने गुरुग्राम में कोविड परीक्षण की एक्सपायरी 2400 एंटीजेंट किट्स पकड़ी हैं। एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। राज्य के ड्रग कंट्रोलर मनमोहन तनेजा को मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिका की नामी कंपनी एवोट की बाईनैक्सनाओ की कोविड-19 ऐजीकार्ड की 2400 किटों को पकड़ा गया है। इनकी एक्सपायरी डेट फरवरी-2021 थी। इस रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए एक डेकोय ग्राहक को तैयार किया गया। पुलिस की मदद से टीम का गठन करके अंशुल नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। अंशुल को दबोचने के लिए डीसीओ मंदीप मान व एसआई प्रवीन कुमार ने इसको 2500 रुपये अग्रिम रूप से डेकोय के माध्यम से दिए और इस व्यक्ति को बाद में माल बरामदगी के साथ दबोचा गया। अंशुल के अनुसार वह यह किट कानपुर से लाता था और यह 60 रुपये प्रति किट के अनुसार यह बेचता था।
एमटीपी किट की ऑनलाइन बिक्री का पर्दाफाश
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीमों ने अम्बाला में एमटीपी किट (गर्भपात कराने की दवाई) की बिना पर्ची ऑनलाइन बिक्री का पर्दाफाश किया है। ऑनलाइन बिक्री करने वाले व्यक्ति को पकड़ने के लिए आगामी कार्रवाई की जा रही है। विभाग के पास शिकायत आई कि मैसर्ज मिशो ऑनलाइन सेलिंग पोर्टल शैडयूल-एच और शैडयूल-एच1 के तहत आने वाली दवाएं डाक्टर की ऑनलाइन आर्डर लेकर डिलीवरी देती है। अधिकारियों में अम्बाला के एसडीसीओ सुनील दहिया और डीसीओ रजनीश की टीम बनाई। इसमें एक छदम ग्राहक तैयार किया गया। उसने चार एमटीपी किटस का ऑनलाइन आर्डर दिया। टीम ने इन दवाइयों को कब्जे में ले लिया और छदम ग्राहक ने डिलीवरी के साथ इनवॉयस भी अधिकारियों को प्रस्तुत की है। यह अवैध बिक्री दिल्ली के श्यामधर सिंह ने की है।