नरवाना, 3 जुलाई (निस)
आज 441 वें दिन भी नरवाना तहसील कार्यालय में संयुक्त किसान मोर्चे का धरना मास्टर बलबीर सिंह राज्य अध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा हरियाणा के नेतृत्व में जारी रहा, जिसकी अध्यक्षता सुभाष फरैन ने की और मंच संचालन महेंद्र सिंह धर्मगढ़ ने किया। मंच साझा करते हुए सतबीर खरल ने बताया कि किसानों की बदहाली का मुख्य कारण हरित क्रांति के बाद सरकार की किसानों के प्रति बेरुखी अख्तियार करना है, जैसे 1953 के बाद अध्यापकों के वेतनमान में 120 से 160 गुणा वृद्धि हुई, परंतु किसानों के लिए यह केवल 19 गुणा वृद्धि हुई। किसान, मजदूर, महाजन बैंक कर्ज के मकड़ जाल में फसते चले गए और 1999 से 2004 में एनडीए सरकार ने कृषि उत्पादों के लिए विदेशी कंपनियों को भारत में मुक्त व्यापार की छूट दे दी, जिससे भारत का किसान कर्ज के दलदल में धंसता चला गया। आज के कार्यक्रम में छोटी, रामप्यारी, डिंपल, बलजीत, कर्मा, सुरजन, मांगा, राजा, भागा, हवा सिंह अलबेल, सुभाष, रामचंद्र नरेश डीयूएफआई, गंगा, रोशन आदि के अलावा अनेक गणमान्य लोग शामिल हुए।