ड्रोन से होगा नैनो यूरिया का स्प्रे, खर्च 100 रुपये प्रति एकड़
सोनीपत, 3 जनवरी (हप्र)
ड्रोन के माध्यम से खेतों में नैनो यूरिया का स्प्रे करने के प्रोजेक्ट को कृषि विभाग ने धरातल पर उतारने की कवायद शुरू कर दी है। कृषि उपनिदेशक ने अधिकारियों की बैठक कर जल्द से जल्द टेंडर जारी करने के निर्देश दिये हैं। मौसम साफ होते ही स्प्रे शुरू किया जाएगा।
बता दें कि रासायनिक खादों के अत्यधिक इस्तेमाल से फसलों पर काफी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। फसल उत्पादन की लागत बढ़ गई है और खाद की डिमांड भी अधिक रहती है। ऐसे में सरकार किसानों को दानेदार यूरिया की बजाए नैनो यूरिया के इस्तेमाल के प्रति प्रेरित करने के लिए कदम उठा रही है। तरल रूप में मौजूद नैनो यूरिया से खेत में आवश्यकता से अधिक यूरिया के छिड़काव से पैदा होने वाली समस्याएं दूर हो सकती हैं। सरकार ने पायलेट प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसके अंतर्गत खेत में महज 100 रुपये प्रति एकड़ की दर से नैनो यूरिया का छिड़काव किया जायेगा।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत सोनीपत कृषि विभाग को 5 हजार एकड़ भूमि में ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। पहले आओ और पहले पाओ की नीति पर सबसे पहले जो किसान पंजीकरण करवाएगा, उसी के खेत में कृषि विभाग की टीम ड्रोन के माध्यम से छिड़काव करेगी। इसके लिए किसानों को ‘मेरी फसल-मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण करवाना भी अनिवार्य है। जिन किसानों ने फसल पंजीकरण नही करवाया हुआ है, उन किसानों को यह लाभ नही मिल पाएगा। मौजूदा समय में किसान गेहूं की सिंचाई करने में जुटे है, जिसके बाद खाद की किसान को यूरिया खाद का छिड़काव करना पड़ता है। ऐसे में किसान के पास अब विकल्प है कि वह महज 100 रुपये प्रति एकड़ में नैनो यूरिया का स्प्रे करवा सकता है।
विभाग ने एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत जिले में कृषि विभाग 5 हजार एकड़ में ड्रोन से नैनो यूरिया का स्प्रे करेगा। इसके लिए किसान को महज 100 रुपये में अपना आवेदन करना होगा। अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। जल्द ही टेंडर प्रक्रिया को पूरा कर लिया जायेगा।
-डॉ. पवन शर्मा, कृषि उपनिदेशक