ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 16 मई
नगर पालिका कर्मचारी संघ, हरियाणा ने अपनी मांगों के समर्थन में मंगलवार से क्रमिक भूख हड़ताल करने का ऐलान किया है। भूख हड़ताल लगातार दो दिन चलेगी। संघ के आह्वान पर 11 नगर निगमों, 21 नगर परिषदों, 55 नगर पालिकाओं व अग्निशमन विभाग के हजारों कर्मचारी भाग लेंगे। संघ के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने सरकार पर कर्मचारियों की मांगों का ठोस समाधान करने की बजाय केवल बातचीत करने का ढोंग करने, लोकतांत्रिक कार्य प्रणाली को कुचलने, जन-अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाते हुए सरकार को कर्मचारी एवं अजा विरोधी बताया। शास्त्री ने कहा, सरकार हरियाणा कौशल रोजगार निगम के नाम पर केवल वर्षों से लगे पार्ट वन, पार्ट टू के कर्मचारियों से पक्का होने का अधिकार छीनना चाहती है। ठेकेदारों का शोषण का शिकार हो रहे वर्कआउटसोर्सिंग, ओ एंड एम, डोर-टू-डोर के कर्मचारियों का ठेका जारी रहेगा सरकार का यह निर्णय विवादास्पद, हास्यापद होने के साथ न्याय संगत नहीं है।
शास्त्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार, सीवर सफाई का कार्य मैनुअल नहीं करवाया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी प्रदेश में सरकारी विभागों, प्राइवेट लघु एवं भारी उद्योगों, सोसायटियों, प्राइवेट कालोनियों में सीवर सेफ्टी टैंक, सीवर सफाई का कार्य बिना सेफ्टी उपकरणों के मैनुअल तौर पर करवाया जा रहा है। इसके परिणाम स्वरूप आए दिन नौजवान मौत के आगोश में समा रहे हैं और हरियाणा सरकार मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रही।
शास्त्री ने कहा कि दर्जनों मौतों के बाद भी राज्य सरकार आज तक दोषियों को सजा तक नहीं दिलवा पाई है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी विरोधी एवं अन्याय पूर्ण फैसलों के खिलाफ नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा आंदोलन जारी रखेगा। संघ महासचिव मांगे राम तिगरा ने कहा कि 17-18 मई को सभी पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमों में क्रमिक भूख हड़ताल की जाएगी। इसके बाद भी सरकार ने कर्मचारियों की लंबित मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो 23-24 मई को दो दिवसीय टूल डाउन, पेन डाउन हड़ताल की जाएगी। 24 मई को ही संघ हड़ताल को आगे बढ़ने का ऐलान कर देगा।