जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 28 मार्च
आज करीब 4 महीने बाद नगर निगम अम्बाला की हुई सामान्य बैठक में जनहित के स्थान पर राजनीतिक हित भारी रहे और बैठक बजट प्रस्तुत करने, अन्य एजेंडे पर चर्चा किए बिना ही स्थगित कर दी गई। भाजपा ने आरोप लगाया कि मेयर नगर में विकास के काम करवाने में असफल रही हैं, जिसके कारण उन्होंने बैठक को बेवजह ही स्थगित कर दिया। फिलहाल आगामी कोई तिथि घोषित नहीं की गई है। आज कड़ी सुरक्षा के बीच मेयर शक्तिरानी शर्मा की अध्यक्षता में सदन की बैठक आयोजित की गई।
बैठक से पहले निगम में सत्तारूढ़ दल और कांग्रेस सदस्य अरुण हत्याकांड में आरोपी पार्षद रूबी सौदा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे मृतक के परिजनों के साथ मिलकर नारेबाजी करने लगे। भाजपा की ओर से मनोनीत पार्षद संदीप सचदेवा अपने साथ रूबी को लेकर सदन में पहुंचे और उन्हें उनकी नेमप्लेट लगी चेयर पर बैठाया। आज रूबी मीटिंग में पहुंची तो हजपा के राजेश मेहता, कांग्रेस के मिथुन वर्मा सहित कई पार्षदों ने उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग रखी। इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ और एचडीएफ एवं भाजपा पार्षद रूबी के समर्थन में रहे। हजपा पार्षदों ने कहा कि मंडलायुक्त का फैसला आने तक रूबी को सदन की कार्रवाई में हिस्सा नहीं लेने देंगे।
मेयर शक्ति रानी शर्मा ने भी स्पष्ट किया कि वे किसी भी हालत में रूबी को सदन की कार्रवाई में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं दे सकती। भाजपा पार्षदों को मेयर ने नसीहत देते हुए अनुशासन में रहने और बिना चेयर की अनुमति से कुछ भी नहीं बोलने को कहा। इसका विरोध भी हुआ और भाजपा पार्षदों ने तानाशाही नहीं चलेगी के नारे भी लगाए। भाजपा पार्षद संदीप सचदेवा का कहना था कि मंडल आयुक्त ने अभी तक रूबी के निलंबन को लेकर दाखिल की गयी अर्जी पर अपना कोई फैसला नहीं दिया, इसलिए कानूनी तौर पर अभी वह निगम की पार्षद हैं और उनका बैठक में आने का हक है।
मेयर ने एएसपी से मांगा जवाब
हंगामे के बीच रूबी सौदा की सदन में मौजूदगी से हुए हंगामे पर मेयर ने एएसपी पूजा डाबला को रूबी सौदा के गिरफ्तारी वारंट की प्रति देते हुए इसका जवाब मांगा। इस पर एएसपी ने उच्च अधिकारियों से बात करने के पश्चात इसका जवाब देने का आश्वासन देकर सदन से बाहर चली गई।
बैठक के बाहर भी हुई नारेबाजी
पंचायत भवन में होने वाली बैठक स्थल के बाहर मृतक अरुण का भाई दीपक व उनके रिश्तेदार पहले से काफी संख्या में मौजूद थे। वे मौजूदा प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने मेयर से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई तो मेयर ने मृतक के भाई दीपक को आश्वासन देते हुए कहा कि उन्होंने इस बारे में आयुक्त नगर निगम, आयुक्त अम्बाला मंडल, डीजीपी हरियाणा, एएसपी अम्बाला व एसएचओ कम आईओ बलदेव नगर को पत्र लिखकर इस पर तुरंत कार्रवाई का अनुरोध किया है।