फरीदाबाद, 23 मई (हप्र)
200 करोड़ रुपये के घोटाले मामले में रिमांड अवधि पूरी होने पर विजिलेंस ने सोमवार को नगर निगम के मुख्य अभियंता डीआर भास्कर और ठेकेदार सतवीर को अदालत में पेश किया। विजिलेंस ने अदालत को बताया कि आरोपियों से पूछताछ पूरी हो गई है और आवश्यक दस्तावेज जुटा लिए हैं। इसलिए विजिलेंस ने रिमांड बढ़वाने की मांग नहीं की। अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, विजिलेंस ने 14 मई को मुख्य अभियंता डीआर भास्कर को सेक्टर-21डी में फ्लैट से गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वे रिमांड पर चल रहे थे। वहीं ठेकेदार सतवीर को पहले ही गिरफ्तार कर विजिलेंस जेल भिजवा चुकी थी। उसे मुख्य अभियंता के सामने बैठाकर पूछताछ करने के लिए जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पांच दिन की रिमांड पर लिया था। विजिलेंस इस मामले में मुख्य अभियंता से चार मोबाइल, 9.90 लाख रुपये और ठेकेदार द्वारा दी गई कार बरामद कर चुकी है।
इस बारे में विजिलेंस का कहना है कि अब इस मामले में बाकी आरेापियों की गिरफ्तारी की जाएगी। सोमवार को हाईकोर्ट में इस मामले में प्रमुख आरोपी मुख्य अभियंता रमन शर्मा की अग्रिम जमानत पर भी सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने अब सुनवाई के लिए 30 मई की तारीख लगाई है।
नप के निवर्तमान उपाध्यक्ष ने किया सरेंडर
भिवानी (हप्र) : नगरपरिषद में करोड़ों के घोटालों मामले में वांछित नगरपरिषद के निवर्तमान उपाध्यक्ष एवं जजपा के शहरी अध्यक्ष मामनचंद ने सोमवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके साथ ही पिछले एक माह से गिरफ्तारी से बच रहे मामनचंद की गिरफ्तारी हो गई। अदालत ने उन्हें 4 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। गौरतलब है कि 2 माह पूर्व एक पूर्व पार्षद ने भिवानी नगरपरिषद में करोड़ों रुपए के घोटाले का पर्दाफाश किया था। पार्षद ने कहा था कि भिवानी नगरपरिषद में 100 करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला हुआ है। हरियाणा चौकसी ब्यूरो ने इस मामले में नप के निवर्तमान अध्यक्ष रणसिंह यादव,ई.ओ. संजय यादव व बैंक मैनेजर सहित एक दर्जन से अधिक लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। एसआईटी ने नप के उपाध्यक्ष के खिलाफ भी करोड़ों की जमीनें खुर्द-बुर्द करने तथा करोड़ों की फर्जी रसीदें काटने के मामले में मामला दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह ने मामनचंद की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि फर्जीवाड़े में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से पूछताछ की जाएगी।