नारनौंद, 5 नवंबर (निस)
नारनौंद में जांगड़ा सभा की चौपाल का शिलान्यास करने के लिए शुक्रवार सुबह नारनौंद पहुंचे राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा के विरोध के दौरान किसानों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस दौरान सांसद की कार के दो शीशे टूट गए वहीं एक किसान घायल हो गया। पुलिस ने तीन किसानों को नामजद करते हुए 60 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
इसके विरोध में किसानों ने नारनौंद थाने में अनिश्िचतकालीन जाम लगा दिया। किसानों का कहना है कि जब तक किसानों के खिलाफ दर्ज एफआईआर रद्द नहीं होती और किसान को घायल करने वाले सांसद के पीए व गनमैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती, उनका नारनौंद थाने में धरना जारी रहेगा। किसानों के धरने पर शुक्रवार शाम को किसान नेता गुरनाम सिंह चढुनी भी पहुंच गए वहीं पुलिस ने हिरासत में लिए हुए दोनों किसानों को रिहा भी कर दिया। मामले की सूचना मिलने के बाद रामायण टोल के अलावा आसपास के कई मार्गों पर किसानों ने जाम भी लगा दिया। इसके बाद काफी रोड पर जाम भी लग गया। मामले के अनुसार शुक्रवार को नारनौंद की जांगड़ा समाज की धर्मशाला का शुभारंभ करने के लिए राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा आए। इसकी सूचना किसानों को मिली तो वे अपने हाथों में काले झंडे लेकर उनका विरोध करने के लिए पहुंच गए। इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था। इस दौरान पुलिस ने बैरिकेड्स भी लगाए जिनको किसानों ने तोड़ दिया। विरोध प्रदर्शन के दौरान सांसद की कार का अगला व बाईं तरफ का शीशा टूट गया। इसके बाद किसाानों ने टेंट में पहुंचकर सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और काले झंडे दिखाए। दूसरी तरफ, राज्यसभा सांसद के समर्थक जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इसके बाद सांसद का कार्यक्रम जल्दी से खत्म करके पुलिस ने उनको वहां से रवाना कर दिया। पुलिस ने मोठ रांगड़ान गांव निवासी एडवोकेट हर्षदीप गिल, उमरां गांव निवासी कैलाश, सिंघवा खास गांव निवासी सुधीर व 50-60 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।