अम्बाला शहर, 21 अप्रैल (हप्र)
खेती के लिए दी जाने वाली बिजली सप्लाई में लग रहे अघोषित कटों के रोष में आज भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी ने अम्बाला शहर में अधीक्षक अभियंता (आपरेशन) के कार्यालय के बाहर धरना दिया और नारेबाजी की। वे अघोषित बिजली कटों को समाप्त कर किसानों को नियमित बिजली देने की मांग कर रहे थे।
धरने का नेतृत्व भाकियू चढ़ूनी के जिला प्रधान मिलकीयत सिंह ने किया। धरना प्रदर्शन में अधिकांश किसान नारायणगढ़ क्षेत्र से थे। करीब ढाई घंटे के धरने के बाद यूनियन प्रधान गुरनाम सिंह चढ़ूनी स्वयं मौके पर पहुंचे और किसानों व अधिकारियों से बात की। किसानों ने कहा कि किसानों को 12 घंटे निर्विघ्न बिजली सप्लाई मिलनी चाहिए लेकिन नाममात्र की बिजली ही मिल रही है। उनमें भी अघोषित कट लग रहे हैं। इन दिनों गर्मी अधिक होने के कारण हरे चारे को पानी की अधिक जरूरत होती है। बिजली कटों के कारण हरा चारा सूख रहा है। कुछ किसानों द्वारा आलू व गेहूं की फसल समेटकर अन्य फसलों की बिजाई की जा रही हैं लेकिन बिजली न मिलने के कारण फसलें खराब हो रही हैं।
चढ़ूनी ने एसई आपरेशन विनय कुमार बरनवाल से बातचीत करते हुए अडानी की महंगी बिजली को निशाने पर लिया और कहा कि चाहे शहरों में कट लगें या उद्योगों में लेकिन किसानों को बिजली के घंटे बढ़ाए जाएं। एसई ने स्पष्ट किया कि शहरों में और औद्योगिक कट पहले ही लग रहे हैं।
गुरनाम सिंह चढ़ूनी और एसई आपरेशन अम्बाला में किसानों के समक्ष हुई बात में निर्णय लिया गया कि ग्रामीण क्षेत्र को 2 ग्रुपों में बांटा गया है। इसमें ग्रुप एक को रात्रि 11 से सुबह 4 बजे तक तथा दूसरे ग्रुप को सुबह 4 बजे से सुबह 9 बजे तक बिजली आपूर्ति मिलेगी। इसी प्रकार दिन में ग्रुप-1 को 10 से 12 बजे तक बिजली मिलेगी जबकि ग्रुप-2 को सुबह 4 से सुबह 10 बजे तक निर्विघ्न बिजली आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगले दो तीन दिन में बिजली आपूर्ति को शेड्यूल के अनुसार नहीं दिया गया अथवा सुधार नहीं किया गया तो भाकियू चढ़ूनी सोमवार से पूरे प्रदेश में आंदोलन छेड़ देगी। इसमें सबसे पहले सभी कार्यकारी अभियंताओं का घेराव किया जाएगा। इस मौके कई किसान उपस्थित थे।