नूंह/मेवात, 12 जनवरी (निस)
सरकार द्वारा किसानों के हितार्थ खरीफ सीजन के लिए शुरू की गई बाजरा भावान्तर योजना से जिला के अधिकांश किसान वंचित हैं। गांव खोरी निवासी एडवोकेट हसीन, गणेशदास, जाकिर, बुग्गर, कालू, मुस्तकीम, मुबीन आदि समेत जिला के अधिकांश किसानों का कहना है कि बाजरा भावान्तर योजना से जिला के अधिकांश किसान वंचित हैं। किसानों की माने तो उन्होंने मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर खरीफ की बाजरा फसल का पंजीकरण कराया था और सरकार की हिदायत अनुसार ही बाजरे की बिक्री की थी, लेकिन अभी तक वह भावान्तर योजन से वंचित हैं। जबकि एक किसान हसीन ने हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है, लेकिन इसके बावजूद उसका बाजरा सरकारी रेट पर बिक्री नहीं हो सका और भावान्तर योजना का लाभ नहीं मिल सका। वहीं, मार्किट कमेटी के सचिव कम कार्यकारी अधिकारी मोहन जोवल का कहना है कि हमारे पास भी कई किसानों की भावान्तर योजना राशि न मिलने की शिकायत पहुंची है, लेकिन यह मामला उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर होने से वह बेबस हैं।