सोनीपत, 10 मई (हप्र)
सोनीपत नगर निगम के अधिकारियों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। प्रशासन इस कोशिश में था कि कोरोना काल में वर्चुअल मीटिंग के जरिये ऑनलाइन ही बजट मीटिंग रखी जाए। सोमवार को बैठक तय थी, लेकिन निगम मेयर सहित अधिकांश निगम पार्षदों ने एकमत होकर बैठक का बहिष्कार कर दिया। निगम पार्षदों ने निगम अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
नगर निगम के चुनाव होने के बाद 2021-22 के लिए निगम का वार्षिक बजट पास किया जाना था। इसके लिए वर्चुअल बैठक तय की गई। बताते हैं कि मेयर सहित अधिकांश निगम पार्षद ऑनलाइन बजट पास करने के पक्ष में नहीं थे। इसके बाद भी निगम अधिकारियों ने बैठक तय कर दी। इससे नाराज पार्षदों ने बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला लिया। अहम बात यह रही कि बहिष्कार में अधिकांश पार्षद शामिल रहे। मेयर निखिल मदान एवं सभी निगम पार्षदों ने एकमत होकर इसका बहिष्कार किया। वार्ड नंबर-2 से पार्षद सुरेंद्र नैय्यर ने कहा कि सभी पार्षद नगर निगम अधिकारियों की कार्यशैली से नाराज हैं। विकास कार्यों को लेकर नगर निगम अधिकारियों का रवैया सहयोग का नहीं है। इस विषय को लेकर सभी पार्षद बजट मीटिंग में अपने-अपने वार्डों की समस्याओं को लेकर अधिकारियों और निगम आयुक्त से चर्चा करना चाहते थे, लेकिन वर्चुअल मीटिंग में ये सब संभव नहीं था। इसी कारण सभी पार्षदों एवं मेयर की यह मांग की थी कि यह मीटिंग कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद रखी जाए। साथ ही, मेयर एवं पार्षदों की सहमति से बजट पास किया जाए। वार्ड नंबर-15 से पार्षद अतुल जैन ने बताया कि अधिकांश निगम अधिकारी पार्षदों के सुझावों को तवज्जों नहीं देते, लेकिन सभी पार्षद अब एकजुट हैं और अधिकारियों को तय समय पर सभी काम करवाने पड़ेंगे। वार्ड-3 के पार्षद सुरेंद्र मदान ने आदर्श नगर समेत अन्य जगहों पर गली निर्माण में देरी पर नाराजगी जताई। वार्ड-16 से पार्षद मोनिका एवं वार्ड-17 से नवीन कुमार ने पेयजल संबंधी शिकायतों पर देरी से समाधान की बात कही।