जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 29 अप्रैल
जिला अनाज मंडियों में 20 लाख से ज्यादा बोरी गेहूं आज भी उठान की इतजार में है। खरीद शुरू होने से पहले ही सभी पक्षों ने लिफ्टिंग व्यवस्था को ठीक करवाने के लिए आगाह कर दिया था लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से मंडियों में गेहूं के अंबार लगे हुए हैं। हालत यह हो गई है कि नुकसान से बचने के लिए सिटी मंडी के कई दर्जन आढ़तियों ने अपनी गाड़ियां किराए पर लेकर गेहूं लिफ्टिंग शुरू की हुई है। वहीं अधिकारी संबंधित लिफ्टिंग व लेबर ठेकेदारों को नोटिस देकर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं।
दरअसल गेहूं का सीजन हो या धान का दोनों में ही लिफ्टिंग की भारी दिक्कत आती है। मौसम अस्थाई व अन्य नुकसानों से बचाव के लिए आढ़ती तुरंत लिफ्टिंग चाहते हैं। सबसे ज्यादा गेहूं खरीदने वाली हैफेड एजेंसी ने सीजन से पहले गोदामों की व्यवस्था ही नहीं की। जो गोदाम थे उनमें चावल भरा पड़ा था। आढ़ती असीम गोयल मोनू, गौरव, शेरपाल सिंह आदि ने बताया कि अनेक आढ़तियों ने लिफ्टिंग के लिए अपने ट्रक हायर किए हैं जिनसे वे अपनी दुकान पर आया गेहूं गोदाम में भेज रहे हैं। किराए का समायोजन संबंधित ठेकेदार से ही होगा।
जानकारों की माने तो हैफेड ने मंडियों से सबसे ज्यादा खरीद की है, उसके बाद आपूर्ति विभाग की खरीद है लेकिन दोनों ही एजेंसियों के पास भंडारण के लिए कवर्ड गोदाम नहीं हैं। अब जाकर हैफेड ने गाडा, मोटा माजरा और खतौली में गोदाम किराए पर लिए हैं लेकिन जिला की सभी मंडियों के पास गोदाम उपलब्ध होने के बावजूद शहर क्षेत्र के इन गोदामों में गेहूं लगवाया जा रहा है। जब यह गोदाम भर जाएंगे तब जाकर कहीं अन्य स्थान निश्चित किए जाएंगे। आपूर्ति विभाग पूरी तरह से स्पेशल लगने पर निर्भर है।
आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान मक्खनलाल गोयल की माने तो 40 आढ़ती अपने ट्रकों के माध्यम से गेहूं की लिफ्टिंग करवा रहे हैं। 8 किलोमीटर कम दूरी के गोदाम में भेजने पर आढ़ती को लेबर भी अपनी देनी होती है जबकि ठेकेदार किराया ठेकेदार से मिलता है। इसके विपरीत संबंधित ठेकेदार को लेबर और किराया दोनों ही सरकार देती है। इस प्रकार से आढ़तियों को यह नुकसान झेलना पड़ रहा है।
यह है आवक और उठान की स्थिति
जिला की मंडियों में 27 अप्रैल की शाम तक कुल 2207817 क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है जिसमें से मात्र 1064763 क्विंटल ही लिफ्ट हो पाया है। अकेले अम्बाला शहर मंडी में इस अवधि में कल आए 554495 क्विंटल गेहूं में से 252214 क्विंटल गेहूं की लिफ्टिंग ही हो पाई है जिसके कारण न केवल अनाज मंडी बल्कि हूडा ग्राउंड तक में गेहूं उतरा पड़ा है। गेहूं की आवक अब काफी कम हो चुकी है जिसके चलते आने वाले दिनों में उठान की कुव्यवस्था स्वभाविक रूप से नियंत्रण में आ जाएगी।
हैफेड द्वारा करीब एक सप्ताह में सभी मंडियां क्लियर करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल 52 हजार मीट्रिक टन भंडारण क्षमता के 3 गोदाम मोटा माजरा, गाड़ा और खतौली में लिए गए हैं जहां गेहूं का भंडारण करवाया जा रहा है। लिफ्टिंग और लेबर ठेकेदार को अव्यवस्था को लेकर नोटिस दे दिए गए हैं।
-अमित कुमार, जिला प्रबंधक हैफेड अम्बाला।