ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 2 अगस्त
हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र तीन दिन चलेगा। आठ अगस्त से शुरू होकर सत्र की कार्यवाही 10 अगस्त तक चलेगी। विधानसभा को पेपरलेस किया जा चुका है और यह पहला डिजिटल सत्र होगा। विधायकों को इसके लिए ट्रेनिंग दी जा चुकी है। सत्र की पहली बैठक से पहले सुबह दो घंटे की मॉक ड्रिल होगी।
मंगलवार को विधानसभा में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में सीएम मनोहर लाल खट्टर, विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, गृह मंत्री अनिल विज, संसदीय कार्य मामले मंत्री कंवर पाल गुर्जर, डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा व विधानसभा सचिव राजेंद्र सिंह नांदल मौजूद रहे। सिरसा में होने की वजह से उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला इस बैठक में भाग नहीं ले पाए। बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह भी चंडीगढ़ में न होने के कारण बैठक नहीं शामिल नहीं हो पाये।
सत्र की शुरुआत दोपहर 2 बजे से होगी। इससे पहले सुबह साढ़े 11 बजे से ई-विधानसभा को लेकर मॉक ड्रिल होगी। इस दौरान विधायक सवाल-जवाब भी कर सकेंगे और कुछ बिल भी पेश किए जाएंगे। यह निर्णय इसीलिए लिया है ताकि सत्र के दौरान विधायकों को किसी तरह की दिक्कत न आए और सत्र की कार्यवाही बिना किसी रुकावट के चल सके। 9 व 10 अगस्त को सत्र की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होगी और शाम को 6 बजे तक चलेगी।
अब रोज राष्ट्रगान से होगी शुरुआत
बीएसी ने निर्णय लिया है कि अब हर सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान से शुरू होगी और इसका समापन राष्ट्रगीत से किया जाएगा। अभी तक केवल राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान ही इस तरह की परंपरा को अपनाया जा रहा था। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बैठक के बाद बताया कि सर्वसम्मति से सत्र का बिजनेस तय किया है और इस नयी परंपरा को लेकर भी सभी दल सहमत हैं।
भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था पर काम रोको प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस
विधानसभा सत्र में अग्निपथ योजना, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, अवैध माइनिंग, भ्रष्टाचार, नशे, रोहतक लघु सचिवालय के विस्थापन, प्रदेशभर में जलभराव समेत दर्जनभर मुद्दों पर कांग्रेस विधायक गठबंधन सरकार से जवाब मांगेंगे। इन मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर पार्टी विधायकों ने स्पीकर को ध्यानाकर्षण और स्थगन प्रस्ताव दिए हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ में विपक्ष के नेता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में हुई विधायक दल की बैठक में मानसून सत्र की रणनीति तय की गई।
बैठक के बाद अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में पूर्व सीएम ने दोहराया कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर बुजुर्गों को 6000 रुपये महीना पेंशन दी जाएगी। परिवार पहचान पत्र या आय का बहाना बनाकर जिन बुजुर्गों की पेंशन मौजूदा सरकार ने काटी है, उनकी पेंशन बहाल की जाएगी। हुड्डा ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार में पहले की तरह स्वघोषित (सेल्फ डिक्लेरेशन) आय के आधार पर पेंशन दी जाएगी। उन्होंने ऐलान किया कि कांग्रेस सरकार बनने पर कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ दिया जाएगा।
हुड्डा ने कहा, ‘प्रदेश की जनता के सामने समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। विधानसभा में जनता के तमाम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा के लिए कम से कम 15 दिनों का सत्र बुलाया जाना चाहिए। लेकिन इस सरकार का रवैया हमेशा जवाबदेही से पल्ला झाड़ने वाला रहा है। मुद्दों को हाथ लगाकर भागना सरकार की आदत बन चुकी है। कांग्रेस सदन से लेकर सड़क तक जनहित के मुद्दों को लेकर संघर्ष करेगी।’
विधानसभा में दिए ये प्रस्ताव
- प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव, भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुए स्थगन प्रस्ताव, बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव
- कांग्रेस चाहती है कि अग्निपथ भर्ती पर चर्चा हो
- पंजाब यूनिवर्सिटी में हरियाणा का हिस्सा बहाल करने पर प्रस्ताव पास हो
- माइनिंग माफिया द्वारा डीएसपी की हत्या पर मांगा जाएगा जवाब
- हरियाणा में नशीली दवाओं से बढ़ रहे खतरे पर सदन में हो चर्चा
आदमपुर उपचुनाव के लिए तैयार
कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में जाने के बारे में सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि बिश्नोई अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं। उनके इस्तीफे के बाद आदमपुर में होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, खुद भाजपा के वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह कह चुके हैं कि बिश्नोई के जाने से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होगा और आने से भाजपा को कोई फायदा नहीं होगा।