चंडीगढ़, 24 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र को पहली ही बैठक के बाद स्थगित किया जा सकता है। मानसून सत्र बुधवार से शुरू होना है। सीएम मनोहर लाल खट्टर व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद परिस्थितियां बदली हैं। स्पीकर के पॉजिटिव मिलने के बाद डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा को आर्टिकल-180 के तहत स्पीकर की पावर मिल चुकी हैं।
ऐसे में अब मुख्यमंत्री की जगह डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला सदन के नेता होंगे। मानसून सत्र में सरकार को कई महत्वपूर्ण बिल पेश करने हैं। ऐसे में सीएम की गैर-मौजूदगी में यह संभव नहीं होगा। सीएम के पॉजिटिव मिलने के बाद उनके प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा सहित उन आईएएस अधिकारियों को भी खुद को क्वारंटाइन करना होगा, जो पिछले दिनों में सीएम के संपर्क में आए हैं। ऐसे में मानसून सत्र में सभी विधायी कार्य हो पाने संभव नहीं हैं। माना जा रहा है कि ऐसे में डिप्टी स्पीकर 26 अगस्त को शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही को आगे 10 दिन या दो सप्ताह के लिए स्थगित कर सकते हैं। सत्र की शुरुआत के साथ ही आर्टिकल-174 का पालना भी हो जाएगी। नियमों के अनुसार, छह माह के भीतर विधानसभा का सत्र बुलाना अनिवार्य है।
मार्च में हुए बजट सत्र के बाद अब 3 सितंबर से पहले सत्र बुलाना जरूरी है। ऐसे में सत्र की पहली ही सिटिंग के बाद इसे स्थगित किया जा सकता है। हाल ही में राजस्थान सरकार ने भी 14 अगस्त को विधानसभा का सत्र बुलाया और इसे 21 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया था। फिलहाल सत्र एक ही दिन का होने के आसार हैं। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ भी इस मुद्दे पर सरकार की बातचीत होने की सूचना है।