यमुनानगर,30 जून (हप्र)
हरियाणा में आज से मानसून ने दस्तक दी है। हरियाणा व हिमाचल में भारी वर्षा के चलते सोम नदी व पथराला नदियां उफान पर हैं। दोनों नदियों ने डेंजर जोन लेवल पार कर लिया है। पहाड़ों पर लगातार वर्षा हो रही है, जिसके चलते इन दोनों नदियों में और पानी आने की संभावना है। इससे कई गांव में बाढ़ का खतरा पैदा होने लगा है। सिंचाई विभाग ने लोगों से अपील की है कि वह स्वयं व अपने बच्चों को नहरों व नदियों से दूर रखें। इस समय सोम नदी में 14160 क्यूसेक पानी चल रहा है जबकि डेंजर जोन 10000 से ऊपर है। वहीं, पथराला नदी की क्षमता 4000 क्यूसेक है, वहां 5000 से अधिक क्यूसेक पानी बह रहा है।
सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर बोले
सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर आर एस मित्तल का कहना है कि विभाग ने हर तरह से तैयारी की हुई है। बाढ़ रोकथाम कार्य पूरे कर लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार, पथराला नदी में पानी डेंजर जोन क्रॉस करने के बावजूद भी कहीं से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि हथिनी कुंड बैराज के गेट 70000 क्यूसेक पानी आने के बाद खोल दिए जाते हैं। जबकि ढाई लाख क्यूसेक पानी आने के बाद हाई फ्लड घोषित किया जाता है। फिलहाल यमुना में पानी में कुछ इजाफा हुआ है।
उधर, यमुनानगर के विभिन्न इलाकों में हुई भारी वर्षा के चलते अधिकांश इलाकों में पानी भर गया, जिसके चलते लोगों का भारी नुकसान हुआ हालांकि पिछले सप्ताह ही यमुनानगर के उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने नगर निगम के कमिश्नर आयुष सिन्हा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ कई इलाकों का दौरा करके नदी व नालों की सफाई के निर्देश दिए थे। शहर के अधिकांश इलाके कई घंटे तक जलमग्न रहे। पानी लोगों के घरों में जा घुसा। लगातार वर्षा के चलते लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
जलभराव से निपटने को बारिश में डटे रहे निगम कर्मी
जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए बुधवार को निगम कर्मी बारिश में भी डटे रहे। मेयर मदन चौहान, अतिरिक्त निगमायुक्त धीरज कुमार समेत निगम के आलाधिकारी शहर में जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण कर सफाई अधिकारियों को दिशा निर्देश देते रहे। बारिश के बीच भी सफाई कर्मचारी नालों की जालियों में फंसा पॉलिथीन व अन्य कचरा निकालकर ब्लॉकेज खत्म करते रहे। इसके चलते शहर में अधिक देर तक जलभराव की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। कई स्थानों से पंपसेट लगाकर पानी की निकासी की जा रही है।