मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

मिशन-2029 : दिल्ली में डिनर डिप्लोमेसी, चंडीगढ़ में दिनभर मंथन

हारी 42 सीटों पर नई रणनीति, संगठन और सरकार में तालमेल पर जोर
चंडीगढ़ में मंगलवार को आयोजित बैठक में मौजूद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व अन्य। -ट्रिन्यू
Advertisement

हरियाणा भाजपा ने 2029 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तैयारियों की औपचारिक शुरूआत कर दी है। सोमवार रात नई दिल्ली में सांसदों संग ‘डिनर डिप्लोमेसी’ और मंगलवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर लगातार बैठकों के जरिये मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने साफ कर दिया कि पार्टी अब विपक्ष को बैकफुट पर धकेलने के लिए संगठन और सरकार - दोनों मोर्चों पर तालमेल के साथ आक्रामक मोड में काम करेगी।

भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह के आवास पर सोमवार रात रात्रिभोज का आयोजन हुआ। इसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल, कृष्णपाल गुर्जर समेत लगभग सभी सांसद शामिल रहे। गुरुग्राम के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत व्यस्तता के कारण नहीं पहुंचे, जिससे राजनीतिक हलकों में कयासबाज़ी तेज़ हो गई। भोजन के बाद हुई अनौपचारिक बैठक में संगठन को मजबूत बनाने, पार्टी में नए चेहरों को जोड़ने और विपक्ष के दुष्प्रचार का जवाब देने पर चर्चा हुई। साथ ही, विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर भी रणनीति पर मंथन हुआ।

Advertisement

वहीं मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री आवास पर जिलाध्यक्षों और प्रभारियों की बैठक हुई, जिसमें हाल ही में संपन्न हुई जिला कार्यकारिणियों की समीक्षा की गई। इसके बाद 2024 में चुनाव हार चुके 42 नेताओं को बुलाया गया। इनमें राष्ट्रीय सचिव और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, कंवरपाल गुर्जर और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता जैसे दिग्गज भी शामिल थे। हालांकि कई नेता बैठक से नदारद भी रहे।

बैठक में तय हुआ कि मिशन-2029 के तहत इन सीटों पर विशेष रणनीति अपनाई जाएगी। नेताओं से फीडबैक लिया गया और चुनावी समीकरणों पर चर्चा की गई। दोपहर बाद विधायकों से संवाद और शाम को मंत्रियों संग बैठक हुई। इसमें विभागीय कामकाज और विकास योजनाओं की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि संगठन और सरकार को एकजुट होकर जनता तक पहुंचना होगा। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, जबकि भाजपा सरकार की योजनाओं और नीतियों से जनता संतुष्ट है।

50 प्रतिशत वोट शेयर का टारगेट

बैठकों में नेताओं को स्पष्ट टारगेट दिया गया कि 2029 तक भाजपा का वोट प्रतिशत 50 प्रतिशत से ऊपर पहुंचाना है। 12 मंत्रियों और 30 विधायकों को हारी हुई सीटों पर ‘शेडो विधायक’ के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस (17 सितंबर) से 2 अक्तूबर तक ‘सेवा पखवाड़ा’ चलाया जाएगा। इस दौरान कार्यकर्ता स्वच्छता, खादी, वोकल फॉर लोकल और पंडित दीनदयाल जयंती जैसे अभियानों से गांव-गांव संपर्क करेंगे। उन्होंने कहा कि ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ अभियान को भी जनता के बीच ले जाया जाएगा, ताकि लोग इसे देशहित के लिए ज़रूरी समझें।

Advertisement