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मिशन 2025-30 : पांच साल में पूरी तरह स्वच्छ हो जाएगी यमुना नदी

दिल्ली-एनसीआर में दूषित पानी की समस्या का स्थायी समाधान करेगी सरकार
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हरियाणा सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में दूषित पानी की समस्या का स्थायी समाधान करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। विधानसभा में उठे सवाल के बाद सरकार ने साफ किया कि यमुना नदी के 11 एंट्री प्वाइंट्स पर जल्द ही सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाए जाएंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर यमुना मिशन 2025-30 की शुरुआत हो चुकी है।

इसमें केंद्र, हरियाणा और दिल्ली सरकार मिलकर पांच वर्षों में यमुना को पूरी तरह साफ करने का संकल्प ले चुकी हैं। इसके लिए एक संयुक्त समिति (ज्वाइंट कमेटी) बनाई गई है, जो प्रगति की मॉनिटरिंग कर रही है। सोमवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने सदन में कहा कि यमुना और गुरुग्राम नहर के प्रदूषित पानी से नूंह, पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम जिले प्रभावित हो रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि लोगों को लगातार दूषित पेयजल मिल रहा है, जो गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन रहा है। आफताब ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि वह यह मुद्दा तीन बार पहले भी उठा चुके हैं, लेकिन आज तक स्थायी समाधान नहीं मिला।

पूर्व की मनोहर सरकार ने बल्लभगढ़ विधायक (उस समय कैबिनेट मंत्री) मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में कमेटी भी बनाई है। आफताब अहमद ने कहा कि दूषित पानी से भूमि बंजर हो रही है और कैंसर की बीमारी फैल रही है।

हरियाणा सरकार का रोडमैप

पर्यावरण मंत्री राव नरबीर ने बताया कि हरियाणा के 34 शहर यमुना में रोजाना 1239 एमएलडी सीवेज छोड़ते हैं। फिलहाल राज्य में 1518 एमएलडी क्षमता के 90 एसटीपी काम कर रहे हैं। इसके अलावा 107 एमएलडी के चार नए एसटीपी 2027 तक पूरे होंगे। साथ ही 480 एमएलडी क्षमता के आठ नए एसटीपी लगाने की योजना भी तैयार है। मंत्री ने बताया कि दो वर्षों में 1301 प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर कार्रवाई की गई है और उन पर 244 करोड़ रुपये पर्यावरण क्षतिपूर्ति लगाई गई है।

राष्ट्रीय संकल्प है यमुना की सफाई : सीएम

जब विपक्षी विधायक मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर दिल्ली में हाल ही में बैठक हुई थी, जिसमें वे स्वयं, दिल्ली की मुख्यमंत्री और केंद्रीय जल संसाधन मंत्री शामिल हुए। सीएम ने बताया कि बैठक में यमुना मिशन 2025-30 पर सहमति बनी है और लक्ष्य तय किया गया है कि अगले पांच वर्षों में यमुना को पूरी तरह स्वच्छ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले चार महीनों में यमुना से 16,000 मीट्रिक टन कचरा निकाला गया है। उन्होंने कहा कि मां यमुना अब स्वच्छ हो रही है। यह केवल हरियाणा या दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश का संकल्प है।’

क्या है योजना

* 11 एंट्री प्वाइंट्स पर हरियाणा सरकार लगाएगी एसटीपी

* दिल्ली, हरियाणा और केंद्र की संयुक्त कमेटी करेगी मॉनिटरिंग

* 2027 तक 4 नए एसटीपी और भविष्य में 8 और बड़े प्लांट लगेंगे

* 1300 से अधिक प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों पर हुई कार्रवाई

* अगले पांच वर्षों में यमुना को पूरी तरह प्रदूषण मुक्त करने का लक्ष्य

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