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प्रदेश के हर ब्लाॅक में स्थापित किए जाएंगे मिनी बाल भवन

राज्य बाल कल्याण परिषद ने बनाया एक्शन प्लान, बेसहारा बच्चों की होगी मदद
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चंडीगढ़, 14 जनवरी (ट्रिन्यू)

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने जिला स्तर के बाद अब ब्लाॅक स्तर पर मिनी बाल भवन खोलने का एक्शन प्लान तैयार किया है। नए साल पर परिषद का ब्लाॅक स्तर पर मिनी बाल भवन खोलना नया विजन है। लिहाजा, परिषद ने बड़े जिलों के ब्लाॅक में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। साथ ही, बेसहारा बच्चों को सहारा देने के साथ भिक्षावृति को रोकने पर भी परिषद पूरी तत्परता के साथ काम करेगी।

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हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद ने नए साल में नए विजन तैयार किए हैं। इनमें मिनी बाल भवन के साथ बच्चों का सर्वांगीण विकास, स्लम एरिया में बच्चों को शिक्षा के साथ जोड़ना और नई शिक्षा नीति के तहत नि:शुल्क ब्लेंडेड लर्निंग की कोचिंग का विजन है। यही नहीं, स्लम एरिया में वर्चुअल क्लासरूप के इनोवेटिव एजुकेशनल प्रोजेक्ट को बढ़ावा दिया जाएगा। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव सुषमा गुप्ता ने परिषद के अधिकारियों के साथ आगामी योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर रायशुमारी है। प्रमुख रूप से बाल श्रम को रोकने के लिए सुषमा गुप्ता ने कड़ी हिदायत दी और बाल श्रम के स्थानों को चिहिन्त करने के निर्देश दिए। परिषद की मानद महासचिव सुषमा गुप्ता का कहना है कि बाल कल्याण परिषद बेसहारा बच्चों के पालन-पोषण का जिम्मा संभाल रही है।

बच्चों की निखारी जा रही प्रतिभा

बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव सुषमा गुप्ता का कहना है कि प्रदेशभर के हर जिले में परिषद की ओर से बाल भवन संचालित हैं। इनमें अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। अंबाला, यमुनानगर व रेवाड़ी में कंप्यूटर सेंटर संचालित हैं, वहीं भिवानी व पलवल में ब्यूटी सेंटर और दादरी में डे-केयर सेंटर का संचालन किया जा रहा है। फतेहाबाद, सोनीपत व फरीदाबाद में महिलाओं को सिलाई का काम सिखाया जा रहा है। इसके साथ ही गुरुग्राम में बालिका गृह, हिसार में स्वीमिंग पूल, झज्जर में सवेरा स्कूल, जींद में डे-केयर सेंटर, कुरुक्षेत्र में बालभवन और करनाल व पंचकूला में लाईब्रेरी के जरिये बच्चों को शिक्षा के साथ जोड़ने का काम किया जा रहा है। बाल कुंज छछरौली में बेसहारा बच्चों का पालन-पोषण किया जा रहा है।

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