चंडीगढ़, 8 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने मेडिकल व पैरा-मेडिकल स्टाफ की वर्दी को लेकर छिड़े विवाद पर विराम लगाते हुए कहा है कि यह आदेश उनके जारी किए गए हैं। ड्यूटी के समय कोई भी मेडिकल तथा पैरा-मेडिकल स्टाफ तय मानकों के अनुसार ड्रेस पहनेगा। डाक्टरों के लिए सफेद कोट अनिवार्य होगा। शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में विज ने कहा कि देखने में आया है कि मेडिकल तथा पैरा-मेडिकल स्टाफ के लोग ड्रेस नहीं पहनते हैं।
उन्होंने कहा कि इस वजह से अस्पतालों में मरीज तथा उनके तीमारदार डाक्टरों को पहचान नहीं पाते हैं और उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डाॅक्टर उनके पास घूम रहा होता है और मरीज को पता भी नहीं चलता। ऐसे में वर्दी पहनना अनिवार्य किया गया है। सभी कर्मचारी तय ड्रेस कोड के अनुसार ही आएंगे। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू द्वारा दिए बयान पर विज ने कहा कि देश में सब कुछ ठीक चल रहा है। केवल सिद्धू ने उलटा चश्मा लगाया हुआ है।
विज ने कहा कि यह विपक्षी पार्टियों के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। विपक्ष के लोग केवल देश में शांति को भंग करना चाहते हैं। लखीमपुर में जो घटना हुई है सरकार उसकी जांच करवा रही है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा 10 अक्तूबर से शुरू किए जा रहे ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम पर उन्होंने कहा कि अब हुड्डा भी अपनी डूबती किश्ती को बचाकर रखना चाहते हैं। उनके विधायक भी उनके खिलाफ बोलने लगे हैं। उनकी पार्टी अध्यक्ष भी उनको महत्व नहीं दे रही हैं। ऐसे में वह किसी प्रकार से अपने आप को जिंदा रखने के लिए वह लोगों के बीच जाने की बात कह रहे हैं। बृहसपतिवार को अंबाला के नारायणगढ़ में किसानों और सांसद नायब सैनी के बीच हुए विवाद पर गृह मंत्री ने
कहा कि दोनों पक्षों की ओर से रपट दर्ज कर ली गई है। इस मामले में डीएसपी को जांच के आदेश दिए हैं। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर कार्रवाई की जाएगी।