जींद, 27 सितंबर(हप्र)
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किये गये भारतबंद का असर जींद में व्यापक स्तर पर देखने को मिला। किसान सुबह 6 बजे ही घरों से निकलना शुरू हो गए और मुख्य मार्गों पर बैठ गए। ग्रामीणों ने वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी। मुख्य मार्गों को ट्रैक्टर-ट्राली, बुग्गी व लक्कड़ आदि डालकर अवरुद्ध कर दिया। इससे दोनों ओर वाहनों की कतारें लगनी शुरू हो गईं। सरकारी दफ्तरों में छुट्टी जैसा माहौल रहा। शहरों में दोपहर 12 बजे तक व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। बाजारों में दुकानें पूरी तरह से बंद रखी गईं। जिले से निकलने वाले दिल्ली-पटियाला, जींद-पानीपत, जींद-सोनीपत, जींद-हिसार, जींद-बरवाला, जींद-चंडीगढ़, हिसार-चंडीगढ़, जींद-रोहतक सहित छोटे बड़े करीब 37 मार्गों पर किसानों ने जाम लगाया । एहतियात के तौर पर लंबे रूटों व लिंक मार्गों पर चलने वाली सभी सरकारी बसों का संचालन बंद रहा। सुबह ही किसानों द्वारा जींद-फिरोजपुर रेलवे ट्रैक हाईवे को जाम कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली से आ रही छिंदवाड़ा एक्सप्रेस को नरवाना से 5 किलोमीटर पहले घासो गांव के पास रोक दिया गया। हांलाकि बाद में घासो गांव के लोगों ने मौके पर यात्रियों के जलपान व भोजन का प्रबंध किया। किसान बरसोला व नरवाना में उकलाना मार्ग पर बने पुल के नीचे रेलवे लाइन पर धरने पर भी बैठे। इधर जींद शहर में कई स्थानों पर पर जो दुकानें खुली थी, उन्हें बंद करवाने के लिए ट्रैक्टरों में बैठकर किसान शहर पहुंचे और दुकानदारों से दुकानें बंद रखने का अनुरोध किया। इस दौरान भारी पुलिस बल भी साथ-साथ चला। वहीं, निर्जन गांव में किसानों ने सड़क के बीच बैठकर उदय सिंह फोर की अध्यक्षता में धरना दिया। यहां माजरा खाप के प्रवक्ता समुंद्र सिंह फोर ने बताया कि भाजपा सरकार कृषि और किसान को खत्म करने पर तुली हुई। धरने पर महिलाओं ने सरकार के विरोध में गीत गाकर अपना रोष जताया।
निजी स्कूलों में रही छुट्टी: ज्यादातर निजी स्कूलों ने सोमवार की छुट्टी कर दी थी। निजी स्कूलों में काफी संख्या में गांवों से विद्यार्थी बसों में आते हैं। जिससे बसें रास्ते मेें जाम में फंस सकती थी। इसलिए निजी स्कूलों ने छुट्टी करने का फैसला लिया। वहीं सरकारी स्कूल खुले रहे। लेकिन छात्र संख्या कम रही।
जाम में फंसे लोगों के भोजन की व्यवस्था
गन्नौर (निस) : शहर में भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। शहर के रेलवे रोड पर गन्नौर थाना तक मुख्य बाजार में दुकानदारों ने रोज की तरह अपनी दुकानों को खोले रखा, जबकि गन्नौर थाना के बाद रेलवे रोड के अलावा नगर पालिका रोड, बीएसटी रोड के बाजार में काफी दुकानें बंद भी रहीं। हालांकि ग्राहक नदारद रहे, लोगों को लगा था कि बाजार भी बंद रहेंगे। उधर सड़कों पर भारतबंद का पूरा असर दिखाई दिया। किसानों ने जाम में फंसे लोगों के भोजन की व्यवस्था भी की।
कनीना में बंद का कोई असर नहीं
कनीना (निस) : किसानों द्वारा पूर्व निर्धारित भारत बंद जिलेभर में बेअसर साबित हुआ। रोजमर्रा की भांति बाजार खुला वहीं बैंक व पोस्ट ऑफिस में सुचारू रूप से कार्य हुआ। हालांकि बंद को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। पुलिस की ईआरवी डायल 112 व उसका स्टाफ भी मुस्तैद रहा। यहां पर रोडवेज एवं सहकारी समिति की बसें रोजमर्रा की भांति विभिन्न रूटों पर चलीं।
मेवात में भारत बंद बेअसर
नूंह/मेवात (निस) : जिला में सोमवार को भारत बंद का असर बेअसर सा ही दिखाई दिया। जिला में गुजर रहे केएमपी हाईवे व अन्य सड़कों पर यातायात रोजमर्रा की तरह से चल रहा था और सभी बाजार आदि खुले हुए थे। हालांकि, जिला प्रशासन भारत बंद के एलान को लेकर पूरी तरह से सजग था। जिला उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि भारत बंद जिला में पूरी तरह से बेअसर रहा।
महेंद्रगढ़ में भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी
महेन्द्रगढ़ (निस) : एसडीएम दिनेश ने आज एक आदेश पारित कर नारनौल- महेंद्रगढ़ -चरखी दादरी स्टेट हाईवे पर भारी वाहनों के लिए दिन में कुछ समय के लिए महेंद्रगढ़ शहर के अंदर प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया। आदेशानुसार नारनौल -चरखी दादरी स्टेट हाईवे पर महेंद्रगढ़ शहर के अंदर रिवासा रेलवे ओवर ब्रिज से लेकर कैंची टी प्वाइंट तक के हिस्से पर सुबह 7 बजे से 10 बजे तक तथा दोपहर बाद 1 से 3 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक रही।