शहीद कैप्टन जसमहिंद्र सिंह वालिया का शहीदी दिवस मनाया
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले यूं ही, वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा। आज गांव पबनावा में 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध में बड़े ही शान से लाहौर में तिरंगा फहराने के बाद भारत माता की आन, बान, शान, के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीर योद्धा कैप्टन जसमहिंद्र सिंह वालिया के शहीदी दिवस पर पबनावा रेलवे स्टेशन परिसर में स्थित शहीद कैप्टन जसमहिंद्र सिंह वालिया के शहीद स्मारक के साथ प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसमें पबनावा सहित आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ पुष्प अर्पित करके नमन कर उनकी शहादत को याद करते हुए सैल्यूट किया। इस अवसर परकैप्टन फूल सिंह व रिटायर्ड सूबेदार फतेह सिंह फौजी ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद कैप्टन जसमहिंद्र सिंह ने भारत पाकिस्तान के विभाजन के समय 1965 के युद्ध में लाहौर में मां भारती की आन बान और तिरंगे की शान की खातिर अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। हम सभी को उनके बलिदान व वीरता पर गर्व है और उनको शत-शत नमन करते हैं। इस मौके पर जगजीत सिंह प्रधान, खजान सिंह, कर्मबीर सिंह, बलेदव सिंह, उदयभान शर्मा, पवन भार्गव, रामचंद्र टामक, मान सिंह, रौनक शर्मा, कैप्टन फूल सिंह, सूबेदार फतेह सिंह, चौ. चमेल सिंह, जगदीश चंद शर्मा, नंबरदार सुभाष चंद, राम सिंह फौजी, सुरजीत सिंह सरपंच प्रतिनिधि, हवलदार रोशन लाल, सूबेदार सुरेश कुमार, हवलदार सुरेश कुमार, पंडित रामअवतार, रोशन मास्टर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व गणमान्य लोग मौजूद थे।