चंडीगढ़, 19 जुलाई (ट्रिन्यू)
हरियाणा पुलिस के डीएसपी सुरेंद्र सिंह की डंपर से कुचल कर हत्या मामले में राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस, इनेलो, आम आदमी पार्टी सहित सभी दलों द्वारा इस घटना पर सरकार को घेरा गया है। वहीं दूसरी ओर, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस घटना पर कड़ा नोटिस लेते हुए डीजीपी पीके अग्रवाल और सीआईडी चीफ आलोक मित्तल को मौका मुआयना करने के साथ दोषियों को तुरंत अरेस्ट करने के आदेश दिए हैं।
इतना ही नहीं, सीएम ने सुरेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा देते हुए उनके आश्रितों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। सुरेंद्र सिंह के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। सीएम ने इस घटना को दुखदायक बताते हुए कहा कि प्रदेश में खनन माफिया पर लगाम लगाई जाएगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि माइनिंग इलाकों के पास चौकियां बनाई जाएंगी। माइनिंग के जाने वाले सामान और वाहनों की डेस्टिनेशन निश्चित होगी। सभी अंतरराज्यीय बॉर्डर पर भी चौकियां स्थापित होंगी। सीएम ने कहा कि डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने बहादुरी और वीरता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाई है। उन्होंने कहा कि डम्पर की पहचान की जा चुकी है। डम्पर मालिक की आसपास ही छिपे होने की सूचना है।
सीएम ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द इस मामले के आरोपियों को पकड़ें और सख्त कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ हैं।
बता दें कि तावड़ू (मेवात) के डीएसपी सुरेंद्र सिंह नूंह में अवैध खनन की एक घटना की जांच करने गए थे। इस दौरान एक डंपर चालक द्वारा कुचले जाने के बाद उनकी मौत हो गई।
नूंह में डीएसपी को डम्पर से कुचलने की घटना गंभीर मामला है। दोषियों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस के आला अधिकारियों को साफ कहा गया है कि वे तुरंत डंपर चालक, इसके मालिक और अवैध माइनिंग से जुड़े लोगों को पकड़ें। घटना चाहे यमुनानगर की हो या फिर नूंह की, पुलिस किसी भी मामले को ढिलाई से नहीं लेगी।
-अनिल विज, गृह मंत्री
डीएसपी के हत्या काफी निंदनीय है। इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। माइनिंग विभाग के अधिकारी जांच करके रिपोर्ट देंगे। प्रदेश में कहीं भी अवैध माइनिंग नहीं होने दी जाएगी। जहां कहीं भी ऐसे मामले सामने आएंगे, सख्ती से एक्शन होगा। सरकार अवैध माइनिंग करने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटेगी।
-मूलचंद शर्मा, खनन एवं भूविज्ञान मंत्री।
कानून नाम की चीज नहीं, अपराधी घूम रहे बेखौफ : हुड्डा
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने नूंह में डीएसपी को डंपर के नीचे कुचलने की घटना पर कड़ा नोटिस लिया है। उनका कहना है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो चुकी है। आम लोगों में खौफ का माहौल है और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। डीएसपी सुरेंद्र सिंह के मर्डर पर सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था का दीवाला पिट चुका है। ऐसा लगता है कि राज्य में कानून नाम की कोई चीज ही नहीं है। उन्होंने कहा कि 2005 में जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे तो हरियाणा के हालात ऐसे ही थे। उन्होंने आने ही सबसे पहले बदमाशों पर कड़ी कार्रवाई की।
कानून व्यवस्था का निकल चुका जनाजा : सैलजा
कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है। हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो चुकी है। नूंह जिले के तावड़ू में खनन माफिया द्वारा डीएसपी के ऊपर डंपर चढ़ाकर हत्या कर दी गई। यह वारदात हरियाणा में ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था का एक और बड़ा उदाहरण है। मंगलवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में सैलजा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में अपराधी लगातार तांडव मचा रहे हैं और जनता खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं।
माफिया को संरक्षण देना बंद करे सरकार : दीपेंद्र
राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने डीएसपी हत्याकांड पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के संरक्षण में खनन माफिया फल-फूल रहा है। डीएसपी सुरेंद्र सिंह की दिन-दहाड़े हुई हत्या बताती है कि प्रदेश में पूरी तरह से माफियाराज स्थापित हो चुका है। हरियाणा में कानून बनाने वाले विधायक और कानून का पालन कराने वाली पुलिस दोनो ही सुरक्षित नहीं हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में दीपेंद्र ने कहा कि विधायकों को धमकी और डीएसपी की हत्या इस बात के सबूत हैं कि हरियाणा में कानून नाम की कोई चीज नहीं है।
पूरे राज्य में खनन माफिया का जंगलराज : रणदीप
राज्यसभा सांसद और सीनियर कांग्रेस लीडर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह के मर्डर के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पूरे राज्य में खनन माफिया का जंगलराज है। इस घटना पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, ‘यमुनानगर में यमुना पर पुल बना खुली लूट हो, डाडम, भिवानी में नाजायज़ माइनिंग कर पहाड़ खिसकने से हुई मौत से लेकर नूंह, मेवात तक खनन माफिया का “बेख़ौफ़ जंगलराज” क़ायम है। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार और खनन माफिया की सांठगांठ अब साफ हो चुकी है। प्रदेश के खजाने व खनिज संपदा की लूट निरंतर जारी है। नूंह में डीएसपी की हत्या की हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश या न्यायधीश द्वारा न्यायिक जांच करवाई जानी चाहिए।
गठबंधन को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं : अभय
इनेलो प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद विधायक अभय सिंह चौटाला ने मंगलवार को नूंह के तावड़ू में अवैध खनन माफिया द्वारा डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की डंपर से सरेआम बेरहमी से कुचल कर हत्या करने पर कड़ा गुस्सा जाहिर किया है। उनका कहना है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार प्रदेश को संभालने में पूरी तरह से नकारा साबित हुई है। एक पुलिस अफसर की दिनदहाड़े हत्या, मतलब पूरे प्रदेश में गुंडाराज है। मंगलवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में अभय ने कहा कि गठबंधन को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। गुंडों और माफियाओं को कानून का कोई डर नहीं है और प्रदेश में चारों तरफ आतंक फैला रखा हैं। प्रदेश में जनता के बीच भय और आतंक का माहौल बन चुका है। विधायकों को सरेआम मौत के घाट उतारने की धमकियां दी जा रही हैं और उनसे रंगदारी मांगी जा रही है।