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शहीद जवान सत्यजीत का बिना राजकीय सम्मान संस्कार, सलामी देने नहीं पहुंची आर्मी

श्रीनगर में संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से गई थी जान
पानीपत के गांव शेरा में सत्यजीत को नमन करते मंत्री कृष्ण लाल पंवार। -हप्र
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पानीपत,12 फरवरी(हप्र)

पानीपत के जवान सत्यजीत (25) का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव शेरा में बुधवार को बिना राजकीय सम्मान के कर दिया गया। उसके संस्कार में पंचायत एवं विकास मंत्री कृष्ण लाल पंवार व प्रशासन की तरफ से एसडीएम व डीएसपी सहित भारी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। हालांकि संस्कार के समय सेना की ओर से सलामी नहीं दी गई। उसके छोटे भाई अर्पित ने उसे मुखाग्नि दी। जवान सत्यजीत के शव को मंगलवार को हेलिकॉप्टर द्वारा श्रीनगर से दिल्ली लाया गया और बुधवार को सेना की एंबुलेंस से पैतृक गांव शेरा लाया गया।

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बता दें कि जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में तैनात जवान सत्यजीत की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई थी। उसकी करीब डेढ माह बाद 5 अप्रैल को शादी होनी थी। इसे लेकर घर में तैयारियां चल रहीं थी। वह खुद भी इसकी तैयारियों में जुटे थे और 9 फरवरी को ही शादी की खरीदारी करके ड्यूटी पर वापस लौटे थे। सत्यजीत शूटिंग में नेशनल लेवल के खिलाडी थे और स्पोर्ट्स कोटे से ही वह आर्मी में भर्ती हुए थे। अभी उनका परिवार मतलौडा में रहता है। वहीं पिता सज्जन सिंह ने बताया है कि सत्यजीत 6 साल पहले स्पोर्ट्स कोटे से सेना की राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। वह 2 साल पहले हवलदार के पद पर पदोन्नत हुए था। उनके पास 10 तारीख को फोन आया कि सत्यजीत को गोली लगी है। परिवार बेटे के स्वस्थ होने की कामना कर ही रहा था कि 11 को दोबारा फोन आया और बताया कि सत्यजीत की मौत हो गई है। बेटे की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में मातम छा गया।

 

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