चंडीगढ़, 11 जून (ट्रिन्यू)
अम्बाला कैंट में 22 एकड़ भूमि पर लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे आजादी की पहली लड़ाई के भव्य शहीदी स्मारक का इस वर्ष दिसंबर में उद्घाटन संभव है।
शनिवार को मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल ने इतिहासकारों की समिति के साथ निर्माण स्थल का दौरा किया। इस मौके पर डॉ अमित अग्रवाल ने कहा कि इस भव्य स्मारक का उद्घाटन दिसंबर माह के दूसरे या तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। इस स्मारक में प्रदर्शित किए जाने वाले एतिहासिक तथ्यों के सत्यापन व पुष्टि के लिए विशेष तौर पर इतिहासकारों की समिति गठित की गई है, ताकि लोग उस समय की पल-पल की सही जानकारी से अवगत हो सकें। आज की बैठक में स्मारक में 1857 के इतिहास को किस प्रकार प्रदर्शित किया जाएगा, उसके संबंध में विस्तार से विचार-मंथन किया गया।
बैठक में इतिहासकारों की समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे, जिनमें भारतीय इतिहास परिषद अनुसंधान के अध्यक्ष डॉ राघवेन्द्र तंवर, प्रसिद्ध इतिहासकार प्रोफेसर कपिल कुमार, राष्ट्रीय संग्रहालय संस्थान, दिल्ली की निदेशक व उप कुलपति प्रोफेसर अनुपा पांडेय, मिलिट्री इतिहास की पुस्तकों के लेखक कर्नल (सेवानिवृत्त) योगेंद्र सिंह, भारतीय राष्ट्रीय संग्रहालय के अभिलेखाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार शर्मा व सनातन धर्म महाविद्यालय, इतिहास विभाग, अम्बाला के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ उदयवीर शामिल हैं।