घरौंडा, 14 जनवरी (निस)
ठिठुरती सर्दी में 72 घंटे से अपने ही ससुराल के गेट पर अपने 3 साल के मासूम के साथ धरना दिए बैठी विवाहिता को न्याय नहीं मिल पाया है। इस बीच बच्चे की तबीयत बिगड़ी और उसे अस्पताल में उपचार दिलाया गया। पूरा दिन पंचायतों का दौर चलता रहा, प्रशासनिक अधिकारियों ने भी विवाहिता को खूब समझाया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। बताया जाता है कि विवाहिता अपने ससुराल में रहना चाहती है और ससुराल पक्ष रखना नहीं चाहता। ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना के आरोप लगा रही गन्नौर निवासी सुरभि गोयल 12 जनवरी की सुबह से ही नई अनाज मंडी में अपने ससुराल के घर-द्वार पर बैठी है। जिसके साथ उसका 3 साल का बच्चा भी है। कड़ाके की सर्दी में घर के बाहर बैठने से शुक्रवार की सुबह बच्चे की तबीयत बिगड़ गई।
महिला ने पुलिस को संपर्क किया और पुलिस बच्चे को घरौंडा के सरकारी अस्पताल में लेकर गई और उपचार करवाया। महिला सुरक्षा सैल की इंचार्ज रजनी गुप्ता व डीएसपी जय सिंह सहित थाना प्रभारी दीपक कुमार अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंच गए। प्रोटेक्शन सैल इंचार्ज ने करीब 5 घंटे तक काउंसलिंग की, लेकिन पीड़िता एक ही बात पर अडिग़ है कि वह अपने ससुराल में ही रहेगी।
सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन भी पहुंचे
देर शाम करीब 7 बजे सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन उमेश चानना टीम के साथ घरौंडा पहुंचे। महिला को समझाने का प्रयास किया लेकिन महिला नहीं मानी तो उन्होंने बच्चे के स्वास्थ्य को देखते उसे अपनी कस्टडी में लेने का प्रस्ताव महिला के सामने रखा। इस पर महिला सहमत हो गई। महिला ने बताया कि बच्चे की तबीयत खराब है और इन हालात में वह बच्चे की देखभाल नहीं कर सकती। वहीं चेयरमैन उमेश ने बताया कि वे बच्चे को सेंटर में लेकर जा रहे है। करनाल अस्पताल में बच्चे का मेडिकल चैैकअप करवाया जाएगा। महिला अपने बच्चे की सुरक्षा की गारंटी देकर जब चाहे बच्चा ले सकती है।