फरीदाबाद, 28 नवंबर (हप्र)
फर्जी फर्म बनाकर सरकार से इनपुट क्रेडिट टैक्स (आइटीसी) लेने के मामले में गंभीरता बरतते हुए जीएसटी विभाग ने एक-एक फर्म की मौके पर जाकर जांच करना शुरू कर दी है। जो फर्म बंद मिली हैं उनके मालिकों को नोटिस भेजकर बुलाया जा रहा है।
बता दें पिछले दिनों प्रदेश में करीब 1100 करोड़ रुपये का जीएसटी एवं सेवा कर घोटाला उजागर हुआ था। इसमें जिले की भी ऐसी 22 फर्म शामिल थीं। इनमे से 14 के खिलाफ सेंट्रल थाने में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। बाकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी हो रही है। समय रहते विभाग ने इन 22 फर्म को आइटीसी के रूप में साढ़े चार करोड़ रुपये देने पर रोक लगा दी थी, जिससे राजस्व के रूप में होने वाला नुकसान बच गया। सरकार को होता है राजस्व का नुकसान
जांच में सामने आया है कि काफी फर्म जो विभाग में पंजीकृत दिखाई गई हैं, वह धरातल पर हैं ही नहीं। विभाग की टीम जब मौके पर गई तो वहां कोई और दुकान चलती हुई मिली। ऐसी फर्जी फर्म बनाकर कारोबारियों एवं उद्योगपतियों को 18 फीसद भुगतान के बिल पांच से छह फीसद कमीशन लेकर बना दिए जाते हैं। कारोबारी सरकार से 18 फीसद का इनपुट क्रेडिट दावा कर देते हैं। इससे सरकार को करोड़ों के राजस्व कानुकसान होता है।
क्या कहते हैं अधिकारी
उपआबकारी एवं कराधान आयुक्त रविन्द्र सिंह का कहना है कि विभाग की टीमें नई एवं पुरानी सभी फर्म की मौके पर जाकर जांच कर रही हैं। शक होने पर कुछ को नोटिस भी जारी किए गए हैं।