कलायत, 17 जुलाई (निस)
क्षेत्र में तेज बारिश के बाद पानी की निकासी सुचारु न होने के कारण उपमंडल के दर्जनभर गांवों में तालाब ओवरफ्लो होने के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
हालांकि पंचायत विभाग द्वारा पानी निकालने के लिए कुछ स्थानों और तालाबों में पंप सेट लगाए गए हैं लेकिन फिर भी आधा दर्जन गांवों में सैकड़ों घरों में पानी घुस गया, जबकि सार्वजनिक स्थल, गलियों और सडक़ों ने भी तालाब का रूप लिए हुए हैं तथा स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
घरों में गंदा पानी घुसने के कारण बदतर स्थिति से तंग आकर गांव बालू, मटौर, चौशाला, खरक पांडवा, शेरखां खेड़ी, रामगढ़ पंडवा, बात्ता के पीड़ित ग्रामीण घर छोडक़र दूसरी जगह शिफ्ट हो
रहे हैं।
पंचायत विभाग द्वारा न तो तालाबों की खुदाई करवाई गई है और न ही पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध किए गए। बारिश मे घरों का पानी निकलने के लिए बनाई गई नालियां बंद हो चुकी हैं। गंदा पानी गलियों और सड़कों पर जमा है। अब बारिश के बाद तालाब ओवरफ्लो होने से इसके आसपास बसे ग्रामीणों को सबसे अधिक दिक्कत हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर ऐसे ही हालात रहे तो मजबूरन उन्हें भी पलायन करना पड़ेगा क्योंकि जब भी तेज बारिश आएगी, ऐसी ही समस्या से जूझना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि यदि पानी कुछ उमस तक दसी प्रकार से गली व सडक़ों पर जमा रहा तो जहरीले कीट पनपने से गंभीर रोगोंं के फैलने का डर लगने लगा है।
वाटर पंप से की जा रही जल निकासी : बीडीपीओ
बीडीपीओ रोजी ने बताया कि बरसात अधिक होने के कारण कई गांवों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है पानी निकासी के लिए तालाबों और अन्य स्थानों से लिस्टिंग कर पंपसेट के जरिए पानी निकासी की जा रही है। इसके अलावा कई जगह पर पानी निकासी के लिए पाइप लाइन भी बिछाई जा रही है जल की सभी गांव से पानी की निकासी कर दी जाएगी।