अम्बाला शहर, 13 जुलाई (हप्र)
लोगों के साथ पिछले कई दिन से गायब बिजली आपूर्ति के लिए धरना देना व कार्यालय पर ताला जड़ना डिप्टी मेयर राजेश मेहता सहित कई नेताओं को महंगा पड़ गया। पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। डिप्टी मेयर और उनके साथियों ने इसे लोकतंत्र का गला घोटना बताया। उन्होंने कहा कि केस तो दर्ज बिजली अधिकारियों के खिलाफ किया जाना चाहिए, जो न तो बिजली बहाल कर रहे और न ही फोन उठा रहे हैं।
दरअसल, आसमानी आफत के चलते कई जगह बत्ती बिल्कुल गुल है। लोगों ने बृहस्पतिवार को घास मंडी स्थित बिजली दफ्तर पर ताला जड़ दिया और धरने पर बैठ गए। इस दौरान अम्बाला के डिप्टी मेयर व कई पार्षद भी विरोध में शामिल हुए। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए डिप्टी मेयर राजेश
मेहता सहित कई पार्षदों को हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया। बिजली बोर्ड के एसडीओ जोगेंद्र सिंह की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है। एसडीओ ने पुलिस को बताया कि वह अपने स्टाफ विजय कुमार कैशियर, प्रमोद नेगी सीए, जगदीप सिंह कम्प्यूटर आपरेटर, युगराज लाइनमैन, माया राम लाइनमैन व सुनील कुमार चौकीदार सहित कार्यालय में ड्युटी पर थे कि अचानक राजेश मेहता, जसबीर सिंह सदस्य नगर निगम अम्बाला शहर, विनोद धीमान अपने साथियों फकीर चंद, जसप्रीत सिंह, विजय कुमार, गुरप्रीत सिंह वासियान फेस-3 जग्गी कालोनी अम्बाला शहर, अजय कुमार, राजेश कुमार, पवन कुमार, संदीप कुमार वासियान गीता नगरी, ईशु गोयल निवासी पुरानी अनाज मंडी अपने करीब अन्य 10-15 साथियो सहित 11 केवी स्विच हाउस व कार्यालय में आए और हंगामा करने लगे। उन्होंने कर्मचारियों की सरकारी ड्यूटी करने में बाधा उत्पन्न की। उन्होंने उन्हें अपने ड्यूटी स्थान से जबरदस्ती बाहर निकालकर मेन गेट पर ताला लगा दिया। सिटी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।