मंडी किलियांवाली: धान चोरी मामले ने प्रवासी मजदूरों और आढ़तियों के बीच लिया विवाद का रूप, मजदूरों की हड़ताल और रोष प्रदर्शन
वीडियो बनाने को लेकर बढ़ा विवाद, आढ़तियों पर बेरहमी से पिटाई के आरोप
Haryana News : लंबी हल्के की मंडी किलियांवाली की अनाज मंडी में धान चोरी का मामला वीरवार को तनावपूर्ण हो गया, जब एक आढ़ती द्वारा धान चोरी में पकड़े गए युवक की घटना का कथित वीडियो एक प्रवासी मजदूर द्वारा बनाने पर विवाद छिड़ गया। आरोप है कि आढ़ती पक्ष ने उस मजदूर की बेरहमी से पिटाई की। विरोधस्वरूप सैकड़ों प्रवासी मजदूरों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी और आढ़तिये व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुरजंत सिंह बराड़ की दुकान के बाहर रोष प्रदर्शन किया।
मौके पर पहुंची किलियांवाली पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया और चोरी के शक में पकड़े गए युवक को थाने ले गई। इसके बाद मजदूर मंडी समिति कार्यालय के बाहर इकट्ठे हुए और आढ़ती पक्ष पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। मजदूरों ने बताया कि पिंटू नामक मजदूर अपनी पत्नी से वीडियो कॉल पर बात करते हुए मंडी से गुजर रहा था। उसी दौरान धान चोरी की पूछताछ कर रहे आढ़ती नवजोत सिंह बराड़ और उनके पिता गुरजंत सिंह बराड़ ने उस पर वीडियो बनाने का आरोप लगाकर पकड़ लिया और बेरहमी से मार-पीट की।
मजदूरों ने पिंटू के शरीर पर चोट के निशान दिखाते हुए कहा कि उसे डंडों से बुरी तरह पीटा गया। पिंटू ने वीडियो बनाने के आरोपों को पूरी तरह से नकारते हुए आढ़ती पिता-पुत्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रवासी मजदूर नेता रंजीत यादव ने कहा कि इस संबंध में पुलिस को शिकायत दी गई है। उनका कहना था कि यदि कोई चोरी करता है तो कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन बिना वजह किसी मजदूर को पीटना बेइंसाफी है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होती, हड़ताल जारी रहेगी।
वहीं आढ़ती और कांग्रेस नेता गुरजंत सिंह बराड़ तथा उनके बेटे नवजोत सिंह बराड़ ने बताया कि आज सुबह करीब साढ़े पाँच बजे दो युवक रिक्शे पर चार कट्टों में करीब ढाई क्विंटल धान लेकर जा रहे थे। शक होने पर जब उन्हें रोका गया तो दोनों युवक रिक्शा छोड़कर भाग गए। बाद में एक युवक को पकड़ लिया गया, जिसने माना कि वह धान चोरी करते हैं व मंडी किलियांवाली व डबवाली में कई दुकानों पर बेचते हैं।
नवजोत बराड़ उर्फ निप्पी ने बताया कि पूछताछ के दौरान एक प्रवासी मजदूर पास आकर वीडियो बनाने लगा। जब उसे रोका गया तो उसने गालियां दीं। इस पर उसका मोबाइल लेकर वीडियो डिलीट करवाया गया। बराड़ ने स्वीकार किया कि मजदूर के गलत व्यवहार के कारण उसे दो-चार थप्पड़ मारे गए। गुरजंत सिंह बराड़ ने कहा कि पूरी घटना उनकी दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। उन्होंने बताया कि मजदूरों ने उनकी दुकान के शीशे तोड़ने जैसी स्थिति पैदा कर दी थी, जिससे उन्होंने शटर बंद कर दुकान को सुरक्षित किया।
नवजोत बराड़ ने यह भी दावा किया कि धान चोरी के गिरोह में कुछ मंडी मजदूर भी शामिल हैं। चोरी से शुरू हुआ यह मामला अब मजदूरों और आढ़तियों के बीच सीधे टकराव का रूप ले चुका है। आढ़तियों और गुरजंत सिंह बराड़ के बीच इस विवाद को लेकर बैठक भी हुई। समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्षों के बीच गतिरोध बरकरार था, जबकि मंडी में कामकाज ठप होने से आढ़तिया एसोसिएशन ने राजीनामे के प्रयास तेज कर रखे थे।