जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 9 मई
लोकसभा चुनाव में ड्यूटी से बचने के लिए जींद में शिक्षा विभाग में चकित करने वाला कारनामा सामने आया है। इसमे डाहौला गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय द्वारा जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में पीजीटी हिंदी के पद पर कार्यरत शिक्षक सतीश कुमार को न केवल महिला कर्मचारी दर्शाया दिया गया, बल्कि उसे गर्भवती भी बता दिया।
इसे जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने बेहद गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले को निर्वाचन आयोग और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के पास भी भेजा जाएगा।
चूंकि चुनावी ड्यूटी लगाने के लिए प्रयोग किया जाने वाला सॉफ्टवेयर गर्भवती महिला होने पर डाटा को नहीं उठाता, लिहाजा ऐसे में सतीश कुमार की कहीं भी ड्यूटी नहीं लगी।
जब यह मामला जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी मोहम्मद इमरान रजा के नोटिस में आया तो डीसी भी हैरान रह गए कि एक पुरुष अध्यापक को किस तरह महिला और वह भी गर्भवती बता दिया गया।
डीसी ने बृहस्पतिवार को इस केस में सीधे रूप से जुड़े पीजीटी सतीश कुमार, स्कूल प्राचार्य अनिल कुमार और स्कूल के कंप्यूटर ऑपरेटर मंजीत को अपने ऑफिस में तलब किया और जवाब मांगा। तीनों ने इसमें अपनी अनभिज्ञता जाहिर की।
इस दौरान डीसी ऑफिस में मौजूद डीआईओ सुषमा देशवाल ने डीसी को बताया कि कुछ लोगों ने उनके पास आकर इस केस की मौखिक रूप से जानकारी दी थी और मामले की जांच करवाने की मांग की थी। इस पर उन्होंने डाटा देखा तो यह सही पाया गया।
हैरान करने वाला है मामला : डीसी
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए इस तरह का कदम उठा सकते हैं, इसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। यह अपने आप में अनूठा और हैरान करने वाला मामला है। इस मामले में नगराधीश एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी नमिता कुमारी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की गई है। जांच कमेटी द्वारा इस सारे मामले की छानबीन की जाएगी। मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ-साथ इस केस की रिपोर्ट शिक्षा विभाग और निर्वाचन आयोग के पास भी भेजी जाएगी।