प्राचीन बौद्ध स्तूप चनेटी पहुंचे मलेशियाई अनुयायी
जगाधरी, 24 नवंबर (निस)
शुक्रवार को मलेशिया से 39 बौद्ध अनुयायियों का जत्था प्राचीन बौद्ध स्तूप चनेटी पर पहुंचा। बौद्ध गुरु वेन के नेतृत्व में आए इन विदेशी मेहमानों का स्थानीय लोगों ने फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। सिद्धार्थ गौरी सह-संयोजक इंडियन नेशनल ट्रस्ट फार आर्ट कल्चर एंड हेरिटेज यमुनानगर चैप्टर ने बौद्ध धर्म के गुरु को पुस्तक भेंट की। उन्होंने अनुयायियों को प्राचीन स्तूप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बौद्ध धर्म के गुरु ने स्थानीय लोगों से भी बात की। इस मौके पर इन्होंने स्तूप की परिक्रमा की। स्तूप पर अगरबत्ती जलाई व फूल मालाएं चढ़ाकर विश्व शांति व कल्याण की मंगल कामना की।
सिद्धार्थ गौरी ने बताया कि ये विदेशी मेहमान कुरुक्षेत्र से चलकर पहले टोपरा कलां स्थित अशोक चक्र को देखने पहुंचे। इसके बाद प्राचीन बौद्ध स्तूप चनेटी में आए। इसके बाद ये प्राचीन गांव सुघ व अमादलपुर में भी गए।
इस अवसर पर शिक्षाविद् डा. रमेश धारीवाल, पूर्व प्रिंसिपल सुरेश पाल, रजनी प्रकाश वशिष्ठ, आदित्य जैन, भाजपा नेता अशोक चनेटी, राजपाल सिंह, शिवकुमार चनेटी आदि भी मौजूद रहे।
