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लव मैरिज और लिव इन का माजरा खाप ने किया विरोध

महिला आयोग की अध्यक्ष को ज्ञापन सौंप ऐसे कानून रद्द करने की मांग
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जींद, 5 मार्च (हप्र) सामाजिक ताने-बाने को तोड़ने वाले कानूनों के मुद्दे पर जींद की माजरा खाप पंचायत ने बुधवार को हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्षा रेणु भाटिया से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। बुधवार को जींद आई महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया से मुलाकात में लव मैरिज, लिव इन रिलेशनशिप जैसे कानूनों पर अपना पक्ष रखते हुए माजरा खाप प्रधान सरदार गुरविंद्र सिंह, महासचिव महेंद्र सहारण, प्रवक्ता समुंद्र फोर आदि ने कहा कि खाप पंचायत लव मैरिज के खिलाफ नहीं है, लेकिन इसमें संशोधन किया जाना चाहिए कि लव मैरिज करते हुए अपना गांव, गोत्र व गोहांड को छोड़ना चाहिए और मां-बाप की दोनों ओर से सहमति बनानी चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता, तो इस शादी को अमान्य किया जाना चाहिए। आजकल लव मैरिज का प्रचलन ज्यादा हो गया है। परिवार टूट रहे हैं। गांव की गांव में ही नहीं, अपने ही गली और मोहल्ले में बच्चे शादी कर रहे हैं। इससे दो परिवारों में दुश्मनी पैदा हो रही है। लड़की के मां-बाप लड़की की शिकायत पर जेल जा रहे हैं।लिव इन रिलेशनशिप को खत्म करने की मांग

माजरा खाप पंचायत ने महिला आयोग की अध्यक्ष रेणु भाटिया को सौंपे ज्ञापन में लिव इन रिलेशनशिप पर अपना पक्ष रखते हुए इस कानून को मूल रुप से समाप्त करने की मांग की। खाप ने कहा कि एक पति से तलाक हुआ नहीं और महिला दूसरे पुरुष के साथ लिव इन में रहती है, जिसकी कोई गिनती नहीं है। यही नहीं, जितने लोगों के साथ लिव इन में रहेगी, लिव इन टूटने के बाद सभी पतियों से सेक्शन 125 के तहत गुजारा भत्ता मांग सकती है। लिव इन के दौरान जो बच्चे पैदा होंगे, वह किस बाप की सम्पत्ति में हिस्सेदार होंगे, इस बारे कानून मौन है। बहुत सी महिलाओं ने लिव इन को व्यापार बना लिया है।

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समलैंगिकता और लड़की की शादी की उम्र कम करने पर भी उठाए सवाल

जींद की माजरा खाप पंचायत ने समलैंगिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने धारा 377 को संविधान से हटा कर समाज को नई बीमारी दी है। ऐसे कानून बनकर सरकार समाज को कहां ले जाना चाहती है। लड़की की शादी की आयु 18 साल से बढ़ाकर 21 साल किए जाने को गलत बताते हुए खाप पंचायत ने कहा कि जब 18 साल की लड़की अपना सरपंच, विधायक, सांसद चुन सकती है, तो पति क्यों नहीं चुन सकती। जो लड़की 15 या 16 साल की उम्र में पथभ्रष्ट हो जाएं, उनके मां-बाप लड़की को 21 साल की उम्र होने तक कैसे संभालें। महिला आयोग अध्यक्ष रेणु भाटिया ने माजरा खाप पंचायत का पक्ष इन मुद्दों पर गंभीरता से सुना और अपने विचार भी खुल कर खाप पंचायत के समक्ष रखे।

 

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