रेवाड़ी, 11 मई (हप्र)
अहीर रेजिमेंट के गठन की मांग को लेकर जिला के गांव धामलावास में चल रहे धरने पर अनशन के चौथे दिन बुधवार को महंत योगी ज्योति नाथ महाराज की तबीयत बिगड़ गई। महंत 21 दिनों के लिए अनशन पर बैठे हैं। पुलिस ने उन्हें अस्पताल ले जाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने धरने से उठने से मना कर दिया। धरने पर बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हो रही हैं।
बुधवार को आंदोलनकारियों की बैठक में अहम फैसला लिया गया। अहीर रेजिमेंट संघर्ष समिति के अध्यक्ष मामन सिंह, कर्नल राजेंद्र सिंह यादव, श्योताज सिंह, कामरेड राजेंद्र सिंह, सुनील कुमार, कर्नल राजेंद्र सिंह, सतपाल सिंह, रामप्रसाद, सुरेंद्र, योगिंद्र, ईश्वर सिंह, नरेश यादव ने कहा कि आज एक प्रस्ताव पारित किया गया है। जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से आंदोलन को समर्थन देने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो सभी जनप्रतिनिधियों को अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो हमारे बीच में आकर समर्थन देने का स्वांग न रचे। उन्होंने कहा कि इन जनप्रतिनिधियों को जनता का विरोध झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि महाराज ज्योति नाथ की तबीयत नाजुक बनी हुई है, यदि उनके साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग स्वीकार नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा। महाराज की तबीयत बिगड़ने की सूचना पाकर रामपुरा थाना के एसएचओ रणसिंह यादव पूरे दलबल के साथ धरना स्थल पर पहुंचे और महाराज को अस्पताल ले जाने के लिए एंबूलेंस का प्रबंध किया। उन्होंने महाराज से आग्रह किया कि वे सामान्य अस्पताल में अपना उपचार लें, लेकिन महाराज ने धरनास्थल नहीं छोड़ने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि यदि उन्हें उपचार देना ही है तो धरनास्थल पर ही दे। वे यहां से नहीं उठेंगे।
पहले भी अनशनकारी की हो चुकी है मौत
गौरतलब है कि एक अनशनकारी रतनलाल की 9 मई को तबीयत बिगड़ने पर मौत हो गई थी। इस अवसर पर कौशल्या, राजवती, गुलशन देवी, शीला, सुमित्रा, कृष्णा, रत्नी देवी, सविता देवी, लाली, देवी, कमला, विमला देवी, सुशीला देवी, गीता देवी, कांता देवी, यशपाल, जितेंद्र, पूर्व सरपंच रामानंद यादव आदि मौजूद रहे।