जगाधरी, 11 अक्तूबर (निस)
अमादलपुर स्थित प्राचीन सूर्य कुंड मंदिर में चल रहे 100 कुंडीय हवन यज्ञ तथा श्रीमद्भागवत कथा के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही हैं। यहां बनारस से आए पंडितों द्वारा कराई जा रही संध्या की महाआरती श्रद्धालुओंं के आकर्षण व विशेष श्रद्धा का केंद्र बनी हुई है।
सोमवार को श्रद्धालुओं ने यज्ञशाला की 108 बार परिक्रमा की। अब तक यज्ञ में मंत्रोच्चारण की 60 लाख आहुतियां डाली जा चुकी है। श्रीमद् भागवत कथा करते हुए व्यास जी महाराज ने कहा कि उत्तम नीति का आचरण जीवन को महान बनाता है। यह इंसान को मोक्ष तक ले जाता है। व्यास जी ने कहा कि जरूरतंमदों
की सेवा करना भी ईश्वर को प्रसन्न करता है।
यह देश हमारी संस्कृति के कारण महान है और हमें अपनी संस्कृति को बचाकर रखना है। उन्होंने कहा कि जिस देश की संस्कृति नष्ट हो जाती है वह देश भी नष्ट हो जाते हैं।
इस मौके पर परम पूज्य श्री त्रंबकेश्वर चैतन्य जी महाराज, महंत डाॅ. गुणी प्रकाश, त्रिलोक, विमल जैन, शिव कुमार चंडक मौजूद रहे।