हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 5 जुलाई
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) द्वारा आयोजित बीए की परीक्षा में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। मदवि के तहत आने वाले कॉलेजों में मंगलवार को कला स्नातक (बीए) के छठे सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को
अन्य विषय का परीक्षा पत्र थमा दिया गया। छात्रों द्वारा परीक्षा अधीक्षकों को इसकी शिकायत करने पर आनन-फानन में एमडीयू प्रशासन को मामले से अवगत कराया गया, जिसके चलते आज का पेपर रद्द करना पड़ा।
मदवि के इस कारनामे का खामियाजा न केवल रोहतक बल्कि अन्य जिलों- झज्जर, सोनीपत, फरीदाबाद और पलवल में स्थापित परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने वाले छात्रों को भी भुगतना पड़ा। मदवि अधिकारियों ने परीक्षा रद्द कर दी और इसे जल्द ही पुनर्निर्धारित करने की घोषणा की, जबकि सूत्रों का कहना है कि दिया गया पेपर हिंदी (अनिवार्य) के स्थान पर हिंदी (ऑनर्स) का था। हिंदी (ऑनर्स) की परीक्षा 2 जुलाई को हुई थी, लेकिन अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि पेपर समान था या नहीं। ऑल इंडिया जाट हीरोज मेमोरियल कॉलेज, रोहतक के प्रिंसिपल डॉ महेश ख्यालिया ने कहा कि हमारे केंद्र में लगभग 900 छात्र परीक्षा में शामिल हो रहे थे, जब सुबह उनके बीच पेपर वितरित किया गया था। परीक्षार्थियों ने पेपर देखने के बाद शिकायत की कि यह उनका पेपर नहीं था क्योंकि इसमें पूछे गए प्रश्न उनके पाठ्यक्रम में नहीं हैं। उन्होंने तुरंत महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के अधिकारियों से संपर्क कर मामले से अवगत कराया। विवि अधिकारियों ने अपनी भूल को स्वीकारते हुए परीक्षार्थियों से पेपर पेपर वापस लेकर परीक्षा रद्द करने को कहा।
परीक्षा नियंत्रक बोले
मदवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. बीएस सिंधु ने कहा कि पेपर पाठ्यक्रम से बाहर था, इसलिए इसे रद्द कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा की अगली तारीख एक या दो दिनों के भीतर ही जारी कर दी जाएगी।