भगवान विश्वकर्मा निर्माण, परिश्रम और कौशल के प्रतीक : सुभाष बराला
सृष्टि के सृजनकर्ता, दिव्य वास्तुकार एवं कौशल के देवता भगवान विश्वकर्मा के पावन दिवस पर गांव पिरथला में श्रद्धा और भव्यता से युक्त समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने शिरकत करते हुए भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद सुभाष बराला ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा सृजन, निर्माण, परिश्रम और कौशल के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति में श्रम को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है और भगवान विश्वकर्मा हमें यह सिखाते हैं कि श्रम ही सच्ची पूजा है, कर्म ही धर्म है। उन्होंने कहा कि मेहनतकश लोगों के हाथों में देश की प्रगति और विकास की असली शक्ति निहित है। सांसद बराला ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर है और इस दिशा में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक ऐतिहासिक कदम है।
इस अवसर पर नौरंग लाल जांगड़ा, दौलतराम जांगड़ा, बलजीत जांगड़ा, नायब सिंह, जनता सिंह, जयदेव खिलेरी, पवन नैन, सतबीर सिंह, सुभाष बोलान, राजेश सरपंच, पूर्व सरपंच पवन, रमन मडिय़ा, मास्टर कुलदीप खिलेरी, हनुमान, पाण्डु नैन सहित गांव के सामाजिक संगठनों, महिला मंडलों, युवा क्लबों, पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।