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यमुनानगर में शराब के ठेके रहे बंद

ठेकों की ई-नीलामी का जल्द होगा कोई फैसला : घनश्याम दास अरोड़ा
यमुनानगर में बंद हुए शराब के ठेके। -हप्र
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यमुनानगर, 12 जून (हप्र)

हरियाणा में इस बार शराब के ठेकों की नीलामी में अधिकांश शराब के ठेकेदार हिस्सा नहीं ले रहे। इसी के चलते आज हरियाणा के शराब के अधिकांश ठेके बंद हैं। 11 जून को शराब ठेकों के निर्धारित समय का अंतिम दिन था, जिसके चलते रात 12:00 बजे ठेके बंद कर दिए गए। अब नये ठेके की नीलामी के बाद उन्हें अलॉट किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया में बड़ी संख्या में पुराने ठेकेदारों ने हिस्सा नहीं लिया है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में बहुत कम जोन नीलाम हुए हैं।

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यमुनानगर में भी 55 में से मात्र 10 जोन ही नीलाम हुए हैं। अकेले यमुनानगर में इससे सरकार को 403 करोड़ का नुकसान हो सकता है। इस मामले को हाल ही में शराब ठेकों पर हुई फायरिंग को जोड़कर देखा जा रहा है, जिसको लेकर ठेकेदारों में भय है। हालांकि यमुनानगर के उपायुक्त पार्थ गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र भोरिया ने ठेकेदारों से बातचीत करके उन्हें पूरी सुरक्षा का भरोसा दिलाया था, लेकिन फिर भी ठेकेदार सामने नहीं आ रहे।

कल शराब के ठेकों का अंतिम दिन था, जिसके बाद शराब के ठेकों पर निर्धारित रेट से 100 से 200 रुपये प्रति बोतल सस्ती बेची गई, ताकि स्टॉक खत्म हो सके। नये ठेकों को लेकर अभी तक निर्णय नहीं लिया जा सका, जिसके चलते लोग शराब खरीदने के लिए ठेकों पर पहुंचे, लेकिन ठेकों पर ताले लगे मिले। दूसरी तरफ आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों ने भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।

अधिकारियों का कहना है कि जहां शराब के ठेके अलाट नहीं हुए हैं, उस इलाके में किसी भी कीमत पर शराब की अवैध बिक्री नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने पुलिस को भी इस संबंध में सूचित करते हुए निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए हैं।

यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा का कहना है कि सरकार डरी नहीं है बल्कि एक नीति के तहत ठेके दिए जाते हैं। उस नीति के तहत ही ठेके दिए जाएंगे। जल्द ही ठेके नीलाम कर दिए जाएंगे।

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