फरीदाबाद, 21 अप्रैल (हप्र)
रामनवमी के अवसर पर सिद्धपीठ मां वैष्णोदेवी मंदिर तिकोना पार्क में मां सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना की गई। श्रद्धालुओं ने मां सिद्धिदात्री से मन की मुराद मांगी। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने माता से आर्शीवाद मांगा। रामनवमी के अवसर पर बुधवार सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर मां सिद्धिदात्री की पूजा की। मंदिर में मौजूद प्रधान जगदीश भाटिया ने मंदिर में आने वाले भक्तों का स्वागत किया। रामनवमी पर उन्होंने कहा कि भगवान राम का जीवनचरित्र सबके लिए प्रेरणादायी है। जगदीश भाटिया ने सिद्धिदात्री के धार्मिक एवं पुरौणिक महत्व की भी जानकारी दी। जो भक्त सच्चे मन से मां सिद्धिदात्री को इस प्रसाद का भोग लगाते हैं, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। भाटिया ने बताया कि शक्ति की सर्वोच्च देवी मां आदि-पराशक्ति, भगवान शिव के बाएं आधे भाग से सिद्धिदात्री के रूप में प्रकट हुईं। मां सिद्धिदात्री अपने भक्तों को सभी प्रकार की सिद्धियां प्रदान करती हैं। यहां तक कि भगवान शिव ने भी देवी सिद्धिदात्री की सहयता से अपनी सभी सिद्धियां प्राप्त की थीं। मां सिद्धिदात्री केवल मनुष्यों द्वारा ही नहीं बल्कि देव, गंधर्व, असुर, यक्ष और सिद्धों द्वारा भी पूजी जाती हैं। मां सिद्धिदात्री कमल आसन पर विराजमान हैं।
नूंह में भंडारे का आयोजन
नूंह/मेवात (निस) : जिले में रामनवमी पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। बुधवार सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का जुटना शुरू हुआ था। लंगर, भंडारे पर कोरोना का पूरा असर देखने को मिला। शिव-शनिपीठ डिढारा, सिद्धपीठ देवीभवन तावड़ू, गडजीत पथवारी देवी मंदिर पर रामायण पाठ के बाद हवन में आहूति डाली गई। इस मौके पर देवीभवन मंदिर तावड़ू में पंडित नेत्रपाल की मौजूदगी में हवन का आयोजन किया गया। महंत नरेशगिरि ने इस अवसर पर कहा कि हमें मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन मूल्यों व चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिये। वहीं, दूसरी तरफ डीसी धीरेंद्र खड़गटा व पुलिस कप्तान नरेन्द्र बिजारणिया ने चैत्रमासीय नवरात्र की नवमी व राम नवमी के शुभ अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें मर्यादित जीवन जीने के लिए प्रेरणा देेते हैं।
कनीना में हवन
कनीना (निस) : सिद्धपीठ महासर माता मंदिर में बुधवार को रामनवमी के अवसर पर हवन का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं नेे कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुये अपनी आस्था प्रकट की। मंदिर के सेवक सुंदरलाल ने बताया कि नवरात्र के दौरान माता मंदिर में श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये दर्शन किये। नवरात्र का समापन रामनवमी के दिन हवन व भंडारे का आयोजन कर किया गया। इसमें दूर-दराज से आये श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। मंदिर परिसर में नि:शुल्क भंडारे का आयोजन किया गया। मेले के दौरान बच्चों के मुंडन संस्कार की परंपरा है।