Library Violence Jhajjar झज्जर की सरकारी लाइब्रेरी में हमला : युवकों ने की तोड़फोड़, छात्र से की मारपीट
प्रथम शर्मा/हप्र झज्जर, 12 जुलाई पुरानी तहसील परिसर स्थित सरकारी लाइब्रेरी शनिवार को अचानक हिंसा और अराजकता का केंद्र बन गई, जब करीब दो दर्जन बाहरी युवक लाइब्रेरी में घुस आए और तोड़फोड़ के साथ एक छात्र पर हमला कर...
प्रथम शर्मा/हप्र
झज्जर, 12 जुलाई
पुरानी तहसील परिसर स्थित सरकारी लाइब्रेरी शनिवार को अचानक हिंसा और अराजकता का केंद्र बन गई, जब करीब दो दर्जन बाहरी युवक लाइब्रेरी में घुस आए और तोड़फोड़ के साथ एक छात्र पर हमला कर दिया। घटनास्थल से चंद कदमों की दूरी पर सीआईए स्टाफ और महिला थाना मौजूद होने के बावजूद पुलिस की अनुपस्थिति ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लड़की से कहासुनी के बाद हुआ हमला
सुबह के समय लाइब्रेरी में एक छात्र और छात्रा के बीच मामूली कहासुनी हुई थी, जिसे छात्र के अनुसार तत्काल सुलझा लिया गया था। लेकिन कुछ ही देर बाद बड़ी संख्या में युवक लाइब्रेरी में घुसे और सुरहेती गांव के छात्र अंकित देशवाल के साथ बर्बरतापूर्ण मारपीट की गई। हमलावरों ने लाइब्रेरी इंचार्ज के ऑफिस में घुसकर फर्नीचर भी तोड़ डाला।
पुलिस नहीं पहुंची, उलटे 112 पर कॉल करने को कहा
लाइब्रेरी इंचार्ज प्रीति के अनुसार, उन्होंने मौके की गंभीरता देखते हुए तुरंत महिला थाना में सूचना भिजवाई, लेकिन वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने मौके पर आने की बजाय डॉयल 112 पर कॉल करने की सलाह दी। जब तक 112 की टीम पहुंची, हमलावर फरार हो चुके थे।
बचाया जा सकता था हमला, इंचार्ज ने उठाए सवाल
प्रभारी प्रीति ने कहा, "यदि पुलिस समय पर पहुंचती, तो फर्नीचर की तोड़फोड़ और छात्र पर जानलेवा हमला टाला जा सकता था।" उन्होंने लाइब्रेरी की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी ऐसे मामले हो चुके हैं।
जख्मी छात्र का मेडिकल, जांच शुरू
गंभीर रूप से घायल अंकित देशवाल ने नागरिक अस्पताल में मेडिकल कराया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने अब मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन घटना के कई घंटे बाद तक सिटी पुलिस की गैरमौजूदगी पर भी सवाल उठ रहे हैं।